आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि मच्छरदानियों के लिए लोग रात-दिन परेशान कर रहे हैं, हर दिन आठ-दस लोग आंगनवाड़ी पर पहुंच रहे हैं। नहीं मिलने पर आरोप प्रत्यारोप भी लगा रहे हैं कि तुमने घरों में रख ली हैं। जितनी स्वास्थ्य विभाग से आई थी वह वितरण कर चुके हैं। मलेरिया अधिकारी के अनुसार ब्लॉकवार लक्ष्य अनुसार मच्छरदानियों को अलग-अलग संख्या में वितरण किया गया है। अब मच्छरदानियों को आवश्यकता के आधार पर दिया जा रहा है। जहां पर स्वास्थ्य विभाग स्तर पर सर्वे किया गया था, वहां पर आंगनवाडिय़ां वितरण करवा दी गई है और लक्ष्य लेकर चल रहे थे वह पूरा हो चुका है। मना उन्हे करना पड़ है कि कई लोग अन्य स्थानों से भी आ रहे हैं।
मच्छरदानिया महिला बाल विकास विभाग की और से वितरण नहीं की जा रही थी, स्वास्थ्य विभाग वितरण करवा रहा था। आंगनवाड़ी केंद्र केवल माध्यम थे।
अंकिता पंड्या, सहायक संचालक, महिला बाल विकास विभाग, रतलाम
मलेरिया विभाग द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार जिले में मच्छरदानियों को वितरण किया जा चुका है। लक्ष्य अनुसार 2 लाख 5 हजार मच्छरदानिया वितरण हो चुकी है। आवश्यकता अनुसार जिन्हे जरुरत है उन्हे भी दे रहे हैं।
दौलत पटेल, जिला मलेरिया अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग रतलाम