1. स्नान
आषाढ़ मास में स्नान को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। साथ ही हर व्यक्ति को अपनी स्वच्छता और सेहत का ख्याल रखना चाहिए। शास्त्रों के मुताबिक इस महीने में आपको जल युक्त फलों का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
2. पूजा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आषाढ़ के महीने में भगवान विष्णु और भोलेनाथ के साथ दुर्गा माता और हनुमान जी की पूजा को विशेष फलदायी माना गया है। वहीं आषाढ़ के महीने में जो व्यक्ति जल देव की उपासना करता है उसकी आर्थिक स्थिति को बल मिलता है। और सूर्यदेव और मंगलदेव की पूजा से ऊर्जा में वृद्धि होने की मान्यता है।
3. यज्ञ
आषाढ़ मास को ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक यज्ञ माह भी कहा जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि पूरी साल में से खासतौर पर आषाढ़ मास में यज्ञ करने से तुरंत फल मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होती है।
4. दान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आषाढ़ मास के पहले दिन ही छाता, आंवला, खड़ाऊ और नमक का दान बहुत शुभ माना गया है। परंतु यदि आप आषाढ़ के पहले दिन दान न कर पाएं तो अन्य खास दिनों पर भी दान देने की परंपरा है।
5. व्रत
शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ के महीने में खास दिनों पर व्रत को बहुत फलदायी माना गया है। क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस माह में कई पुण्यदायी व्रत जैसे देवशयनी एकादशी, गुप्त नवरात्रि और योगिनी एकादशी व्रत पड़ते हैं और चातुर्मास का प्रारंभ होता है।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह ले लें।)