धान खरीदी केन्द्रों का जायजा लेने आई राज्यस्तरीय टीम के प्रतिवेदन के बावजूद 27 जनवरी को पूरे दिन किसान केन्द्रों में टकटकी लगाए बैठे रहे लेकिन खरीद का समय नहीं बढ़ाया गया। समर्थन मूल्य में धान खरीदी के लिए 70 केन्द्र बनाए गए थे।
इन केन्द्रों में अभी 34333 किसानों ने अपनी धान बेंच चुके हंै जबकि 47 हजार किसानों ने पंजीयन कराया था। 20 जनवरी को अंतिम तिथि समाप्त होने के बाद सभी केन्द्रों में खरीदी बंद हो गई है। वर्तमान में 63 केन्द्रों में इस कड़ाके की ठंड में आठ हजार से अधिक किसान ट्रैक्टर ट्रॉली में धान लेकर बाहर बैठे हुए है।
इनमें कई किसान ऐसे हैं जो कि किराए पर ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर आए हैं। धान केन्द्रों में जगह खाली नहीं होने पर बाहर ही खड़े हुए हंै। धान खरीदी केन्द्रों में इतने अधिक किसान खड़े होने के कारण राज्य स्तरीय दल निरीक्षण के लिए आया था। लेकिन इसके बावजूद पोर्टल नहीं खुलने से खरीदी नहीं हो पा रही है और किसान परेशान हैं।
10 दिन विलंब से शुरू हुई खरीदी 2 दिसम्बर से धान खरीदी होनी थी लेकिन समितियों के हड़ताल के कारण 12 दिसंबर के बाद खरीदी प्रांरभ हुई। इसके बाद खराब मौसम के कारण व समय में उठाव नहीं होने के कारण खरीदी नहीं हो पा रही थी। वहीं अंतिम पांच दिन के पहले बड़ी संख्या में किसान पहुंचे लेकिन बारदाना खत्म होने के कारण खरीदी नहीं हो पाई।
स्थिति यह रही कि अंतिम दिन 20 जनवरी को 28 केन्द्रों में बारदाना नहीं होने से खरीदी बंद रही है। ऐसे में किसान पिछले पंद्रह दिनों से खरीदी केन्द्रों पर अपनी धान लेकर बैठे हुए है।