बड़े पुलों में स्टील से बनी बीयरिंग की उम्र 25 साल है। 25 साल के बाद यह बीयरिंग कभी भी खराब हो सकती है। बीयरिंग खराब होने पर पुल में वाहनों से चलने में होने वाली हलचल से दरार आ सकती है और पुल टूट भी सकता है।
लोक निर्माण सेतु संभाग ने आधा दर्जन बड़े पुलों की बीयरिंग जांचने की मशीन मांगी है। इनमें में रीवा में सबसे बड़ी कसियारी घाट पटेहरा में टमस नदी में बना पुल, बीहर नदी में बना विक्रम पुल, सलार हनुमान में गोरमा नदी में बना पुल शामिल है। इसके अतिरिक्त सीधी में गौ घाट पटपरा एवं शहडोल का मरीसा घाटा का पुल शामिल है।
पुल के पावे और आधार के बीच में बीयरिंग लगाई जाती है जिससे पुल पर वाहन चलने के दौरान हलचल का असर नहीं पड़े। इस हलचल को बीयरिंग रोकती है। पुल में लगी इन बीयरिंग को हर पच्चीस साल में बदलने की जरूरत होती है।