स्तनपान मां और शिशु दोनों के लिए लाभदायक होता है वह दोनों का मूलभूत अधिकार भी है। साथ ही मां व शिशु के बीच आपसी संबंध स्थापित करने में स्तनपान की अहम भूमिका होती है। एएनएम रेखा गौतम द्वारा बताया गया कि जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान शुरू कर देना चाहिए मां का दूध खासकर पहले तीन दिन का पीला गाढ़ा दूध पिलाने से शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। इसकी मदद से बच्चा भविष्य में होने वाले डायरिया, निमोनिया आदि संक्रामक रोगों से सुरक्षित रहता है। विश्व स्तनपान जागरूकता के लिए गांव में आशा कार्यकर्ता द्वारा नारा लेखन का कार्य किया गया। साथ ही जागरुकता रैली निकाली गई। इस जिसमें आशा कार्यकर्ता प्रभा द्विवेदी, ममता सिंह, आगनबाड़ी कार्यकर्ता सुनीता सेन, भारती पांडेय, गौरी नामदेव, सोनू साकेत, गिरजा साकेत,
रामकली गुप्ता आदि महिलाएं उपस्थित रहीं।
सेमरिया. महिला बाल विकास परियोजना सिरमौर सेक्टर-2 सेमरिया अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र मौहरा क्रमांक-2 में परियोजना अधिकारी पूर्णिमा सिंह एवं सुपरवाइजर आंचल अग्रवाल के मार्गदर्शन में विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत अमृत उत्सव का आयोजन किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रंजना मिश्रा द्वारा गर्भवती महिलाओं की गोद भराई का आयोजन किया गया। साथ ही गर्भवती महिलाओं को स्तनपान के सही तरीकों को विस्तार पूर्वक बताया गया। साथ ही 6 माह तक के बच्चों को केवल मां का दूध देने की सलाह दी गई। मां का दूध अमृत के समान होता है। इस दौरान केन्द्र की सहायिका एवं कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर स्तनपान के संबंध में जानकारी दी गई। इस दौरान गांव की महिलाएं, किशोरियां एवं बालिकाएं उपस्थित रहीं।