जिले में 827 ग्राम पंचायतों में प्रदेश के बाहर से आए प्रवासियों का अब तक 60 का पंजीयन हो चुका है। जिसमें 45 हजार प्रवासियों का पंजीयन फाइनल हो गया है। मनरेगा में पंचायत स्तर पर पंजीकृत हुए प्रवासियों में से करीब दस हजार नए जॉबकार्ड बनाए गए हैं। नए जॉबकॉर्ड धारियों को रोजगार देने के लिए खेत सडक़, मेंढृ बंधान, बागवानी, पौधरोपण समेत अन्य कई निर्माण कार्य की कार्य योजना तैयार की गई है। प्रवासियों को काम देने के लिए नए सिरे से प्लान तैयार किया गया है। पंचायतों में मनरेगा का काम चालू कर दिया गया है। प्रारंभिक चरण में मेंढृ बंधन योजना के तहत प्रवासियों को काम दिया गया है।
रोजगार सेतु पोर्टल पर पंजीयन
जिले में नए जॉबकार्ड धारियों को काम देने के लिए अलग से नई कार्य योजना भी तैयार की जा रही है। बताया गया कि प्रदेश के बाहर से लौटे प्रवासियों का रोजगार सेतु पोर्टल पर पंजीयन का काम तेजी से किया जा रहा है। पंजीयन के आधार पर ही पंचायत स्तर पर कार्य योजना तैयार की जा रही है। जिले में रीवा, हनुमना, त्योंथर, जवा, गंगेव सहित अन्य जनपदों में बडे पैमाने पर कार्य योजना तैयार की जा रही है। संभावना है जल्द ही नदी पुर्नयोजना के तहत तैयार किए गए प्लान पर पौधरोपण का काम शूरू कर दिया जाएगा।
जिले में मनरेगा के तहत पंचातयों में 1.84 लाख जॉबकार्ड बनाए गए हैं। जिसमें दस हजार नए शामिल हो गए हैं। मनरेगा रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान समय में प्रतिदिन 40 हजार श्रमिक पंचायतों में काम कर रहे हैं। पंचायतों में 22772 कार्य प्रगति पर है। जिसमें मेंढ् बंधान योजना से लेकर विभिन्न निर्माण कार्य शामिल किए गए हैं।