इस प्रकार एक ही समय में दोनों कॉलेज एक साथ कार्यक्रम कर कोरम पूर्ति करना चाहते हैं। पिछले वर्षों में मॉडल साइंस कॉलेज में रोजगार मेले का आयोजन होता रहा है। आयोजन के लिए कॉलेज प्रबंधन को अलग से राशि भी आवंटित होती रही है।
पूर्व प्राचार्य ने जताई थी सहमति
टीआरएस एवं मॉडल साइंस कॉलेज की बीच संयुक्त रूप से कार्यक्रम करने को लेकर जब सहमति बनी थी उस दौरान के प्राचार्य अब सेवानिवृत्त हो गए हैं। मॉडल साइंस कॉलेज में नए प्राचार्य डॉ. पंकज कुमार श्रीवास्तव भी भारी मन से ही सही लेकिन सहमति जता चुके हैं। अगले सत्र से कॉलेज परिसर में कराने की बात कह रहे हैं।
दो दिन का रोजगार मेला
टीआरएस कॉलेज परिसर में 25 एवं 26 फरवरी को दो दिवसीय रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसमें जिले के साथ ही देश भर की कई कंपनियां शामिल हो रही हैं। जिले भर के युवा इस रोजगार मेले में शामिल हो सकेंगे।
युवाओं की क्षमता के मुताबिक कंपनियां उनका चयन कर प्रशिक्षण एवं रोजगार उपलब्ध कराएंगी। कार्यक्रम को लेकर तैयारी जोरों पर है। उच्च शिक्षा के अतिरिक्त संचालक कार्यलय के कर्मचारियों सहित टीआरएस एवं मॉडल साइंस कॉलेज का स्टॉफ कार्यक्रम की तैयारी में जुटा हुआ है।
टीआरएस में खुशी तो मॉडल साइंस में मायूसी
कार्यक्रम में मॉडल साइंस कॉलेज की भागीदारी टीआरएस कॉलेज के बराबर ही है। बजट भी दोनों कॉलेज खर्च कर रही हैं। कार्यक्रम स्थल टीआरएस है। ऐसे में आयोजन से लेकर व्यवस्था की अगुआई टीआरएस प्रबंधन के जिम्मे हैं। कार्यक्रम को लेकर टीआरएस परिसर एवं स्टॉफ में रौनक है तो मॉडल साइंस कॉलेज परिसर एवं स्टॉफ में मायूसी।
80 हजार का बजट
शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय एवं शासकीय विज्ञान महाविद्यालय दोनों को 80 – 80 हजार रुपए इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए आवंटित किए गए हैं। दोनों कॉलेजों को अलग – अलग राशि इसी लिए आवंटित की गई है कि वे अपना कार्यक्रम अपने – अपने परिसर में आयोजित करें। आयोजन को परेशानी समझकर आयोजक एक साथ ही कार्यक्रम निपटाने पर तुले हुए हैं।
यह होगा नुकसान
दोनों के एक साथ आयोजन से कम समय में कार्यक्रम को निपटाया जा सकता है लेकिन इससे कार्यक्रम के उद्देश्य को झटका लगेगा। दो बार आयोजन कर अलग – अलग कंपनियों को बुलाया जाता। जिससे ज्यादा संख्या में कंपनियां शामिल होती। समय भी अलग – अलग होने से ज्यादा युवा कार्यक्रम में शामिल होते।
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जब इस कार्यक्रम को संयुक्त रूप से करने पर सहमति बनी थी उस दौरान मै प्राचार्य नहीं था। अगले वर्ष से मै प्रयास करूंगा की मॉडल साइंस का कार्यक्रम अपने परिसर में ही आयोजित किया जाए।
डॉ. पंकज श्रीवास्तव, प्राचार्य मॉडल साइंस कॉलेज