होलिका दहन के साथ फगुआ की फुहार फूट पड़ी। लोग रंगों में सराबोर होने लगे। फॉग गीत भी गाये गए। होलिका दहन के दौरान डीजे की धुन पर युवकों की मस्ती शुरू हो गई। होली खेले रघुवीरा अवध मा होली खेले…, बलम पिचकारी क्यों तुने ऐसी मारी…, होली के दिन दिल मिल जाते हैं…रंग बरसे भीगे चुनरवाली रंग बरसे… जैसे होली गीतों ने धूम मचा दी। फगुआ के दिन रंगों से लोग सराबोर रहें।
जगन्नाथ को चढ़ा आटिका प्रसाद
रीवा में वेंकट सांस्कृतिक महाविद्यालय स्थित जगन्नाथ मंदिर में आटिका महाप्रसाद चढ़ाया गया। यहां पर भगवान श्रीकृष्ण, बलभद्र और देवी सुभद्रा के दर्शनों को लोग उमड़ें। वहीं सतना के मुकुंदपुर में आटिका पर्व मनाया गया। श्री जगन्नाथ मंदिर में महाप्रसाद चढ़ाने हजारों लोग पहुंचे। महाप्रसाद में कढ़ी और भात शामिल होता है। जिसे लोग ग्रहण करने दूर-दूर से आते हैं।
होलिका दहन से पूर्व शहर के सभी बाजार खरीददारों से गुलजार रहे। फोर्ट रोड, सिरमौर चौराहा, गुढ़ तिराहा, गुड़हाई बाजार सहित शिल्पी प्लाजा मार्केट में खरीददारों की भीड़ डटी रही। बच्चों को लुभाती रंग-बिरंगी अलग-अलग डिजाइन की पिचकारी खूब बिकी। रंग-गुलाल की जमकर खरीददारी हुई।
होली के अवसर पर मिष्ठान भंडारों पर पूरे दिन भीड़ जमा रही। शहर के मिष्ठान कारोबारियों को होली खुशी का मौका दे गई। अलग-अलग किस्म की मिठाईयों के इंतजाम मिष्ठान विके्रताओं ने किए थे। गरीब और अमीर हर वर्ग ने त्योहार के हर्ष को मनाने के लिए अपने सामथ्र्य के हिसाब से खरीदी की।