फीडबैक देने के लिए पहले 28 फरवरी तक का समय निर्धारित किया गया था। जिसे बढ़ाकर अब 10 मार्च कर दिया गया है। फीडबैक देने के अलग-अलग माध्यम तय किए गए हैं। जिसमें टीम के सदस्य कुछ सवाल जनता के बीच पहुंचकर सीधे करेंगे और कुछ आनलाइन होंगे, जिसमें लोग स्वयं मिस्डकाल देकर अथवा पोर्टल पर जाकर स्वच्छता से कितना संतुष्ट हैं इसे बता सकेंगे।
1- फेसटूफेस इंटरव्यू- केन्द्र सरकार द्वारा गठित टीम सिटीजन फीडबैक के तहत फेस टू फेस इंटरव्यू कर सवाल पूछेगी। अब तक शहर में 147 लोगों का इंटरव्यू हो चुका है। दस मार्च के पहले किसी भी दिन टीम सवाल पूछने पहुंच सकती है। इसके लिए कोई तिथि घोषित नहीं होगी और न ही निगम को इसकी सूचना दी जाएगी।
2 डायल 1969– मोबाइल फोन से 1969 डायल कर फीडबैक दिया जा रहा है। इसमें छह सवाल पूछे जा रहे हैं। जिनके जवाब के लिए अलग-अलग अंक निर्धारत हैं।
3- फोन पर इंटरव्यू– शहर के कुछ लोगों के फोन नंबर भी जुटाए गए हैं। इन्हें सीधे फोन कर छह सवाल पूछे जा रहे हैं और जानकारी ली जा रही है।
4- ओटीपी- स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 की वेबसाइट www.swachhsurvekshan2018.org पर जाकर फीडबैक दिया जा सकता है। इसमें वेबसाइट के सिटीजन फीडबैक का पहले विकल्प चुनें, स्क्रीन में ओपन हुए फार्म में अपनी जानकारी के साथ ही रीवा का पिनकोड 486001 भरना होगा। मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त होगा, इसे वेबसाइट के फार्म में दर्ज करें। तब वह छह सवाल सामने आएंगे जिनके जवाब से शहर को बेहतर रैंकिंग तक पहुंचाया जा सकता है।
5- मोबाइल एप- स्वच्छता को मोबाइल एप भी बनाया गया है। इससे भी फीडबैक दिया जा सकता है।
साढ़े 11 हजार लोगों ने अब तक दी राय
अब तक शहर के 11 हजार 475 लोगों ने सिटीजन फीडबैक में हिस्सा लिया है। जिसमें फेसटूफेस इंटरव्यू में 147, फोन पर सर्वे टीम ने 93 लोगों से राय ली, 1969 नंबर पर डायल कर 240 लोगों ने फीडबैक दिया, पोर्टल पर 10 हजार 995 लोगों ने छह सवालों के जवाब दिए हैं।
1- क्या आपको जानकारी है कि आपका शहर स्वच्छ सर्वेक्षण २०१८ में भाग ले रहा है।
2- क्या पिछले साल की अपेक्षा इस साल शौचालय बढ़े हैं।
3- क्या सार्वजनिक शौचालय पहले की अपेक्षा अधिक साफ हैं।
4- क्या आप इस साल गीला-सूखा कचरा संग्रहण से संतुष्ट हैं।
5- क्या आपने व्यवसायिक क्षेत्रों में लगे छोटे डस्टबिन का उपयोग करना शुरू कर दिया है।
6- क्या आपका शहर पिछले साल की अपेक्षा अधिक साफ है।
स्वच्छता पर मिलने वाली आनलाइन शिकायतों के निराकरण पर हर दिन रैंकिंग जारी की जा रही है। एक से दस लाख तक की आबादी वाले शहरों में रीवा पांचवे नंबर पर रहा। पड़ोसी शहर सतना 7वें नंबर पर है। वहीं सिंगरौली 55वें नंबर पर है।