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रीवा

मध्य प्रदेश के इस जिले में यूपी-बिहार का चावल जमा कर सरकार के खजाने को लगा रहे सेंध

जिले के वेयर आउस गोदाम पीटीएस और चोरहटा गोदाम में बिना गुणवत्ता परीक्षण किए चावल जमा कराया जा रहा है

रीवाFeb 09, 2018 / 10:57 am

Rajesh Patel

Rice being collected without quality test

Rice being collected without quality test

रीवा. जिले में मिल संचालकों के रसूख के आगे जिला प्रशासन की फौज नतमस्तक है। इतना ही नहीं नान अधिकारियों की साठगांठ से सरकार के खजाने को चुपके से सेंध लगाया जा रहा है। संचालकों का रसूख इस कदर है कि वेयर हाउस गोदाम में यूपी और बिहार से खरीदा गया मोटा और टूटा चावल जमा कराया जा रहा है। जबकि जिले में खरीदी गई धान का उमदा चावल खुले बाजार में बेचा जा रहा है।
बगैर गुणवत्ता परखे जमा कराया जा रहा चावल
जिले के वेयर आउस गोदाम पीटीएस और चोरहटा गोदाम में बिना गुणवत्ता परीक्षण किए चावल जमा कराया जा रहा है। कार्यालय सूत्रों के अनुसार अधिकारियों के निरीक्षण में भी वेयर हाउस के पीटीएस गोदाम में अमानक स्तर पर चावल पाया गया है। अब तक बीस हजार क्विंटल से ज्यादा चावल गोदाम में जमा कराया जा चुका है। जिम्मेदार कार्यालय में बैठे चावल की गुणत्ता परख रहे हैं।
सदस्तेदार पर बिहार-यूपी से लाया जा रहा चावल
जिले में बड़े मिल संचालकों द्वारा नान अधिकारियों से साठगांठ कर यूपी और बिहार से सस्तेदर दामों पर खरीद कर मोटा चावल गोदाम में जमा किया जा रहा है। जबकि जिले की धान की मिलिंग कर बाजार में बेचा जा रहा है। गोदाम सूत्रों के अनुसार एक लॉट चावल में 403 क्विंटल धान होता है। जिसमें 270 क्विंटल चावल जमा करना पड़ता है। दरअसल बिहार और यूपी का मोटा चावल सस्तेदाम पर मिल जाता है। यही कारण है कि नान अधिकारियों की साठगांठ से वेयर हाउस में बिना गुणवत्ता का परीक्षण के चावल जमा किया जा रहा है।
गुणवत्ता के नाम पर महज खानापूर्ति
कुछ गोदाम प्रभारी गुणवत्ता परीक्षण के लिए पॉलीथिन में चावल भर कर अधिकारियों के कहने पर खानापूर्ति कर इतिश्री कर ली है। बताया गया कि सोमवार को पीटीएस चौराहे पर स्थित गोदाम पर अधिकारियों ने जांच की तो 32 प्रतिशत टूटा और मोटा चावल पाया गया।
20 हजार क्विंटल चावल गोदाम में जमा
नान कार्यालय के रिकार्ड के अनुसार पीटीएस और चोरहटा गोदाम में करीब बीस हजार क्विंटल चावल मिल संचालकों ने जमा कर दिया है। जबकि करीब 40 हजार क्विंटल मिलिंग के लिए धान का उठाव किया है। रिकार्ड के अनुसार सबसे ज्यादा धान का उठाव शुक्ल एग्रोटेक और एस इंडस्ट्री ने किया है। नान कार्यालय से जारी किए गए डीओ के अनुसार शुक्ला एग्रोटेक ने 702.70 एमटी चावल जमा कर दिया है। जबकि 1209 एमटी यानी 12 हजार क्विंटल से ज्यादा धान का उठाव किया है। इसी तरह एस इंडस्ट्री ने पांच हजार क्विंटल से ज्यादा धान का उठाव किया है, लेकिन गोदाम में चावल 142.24 एमटी जमा किया है।

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