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इस अस्पताल के नियम और बढ़ा देते हैं मरीजों का मर्ज, जानिए कैसे

जिम्मेदारों की एक छोटी सी पहल गरीबों को संजीवनी दे सकती है।

सागरApr 17, 2018 / 04:32 pm

गुलशन पटेल

Medicines

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सागर. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) में रविवार को दवा वितरण केंद्र न खुलने से मरीजों के बेहद फजीहत होती है। आम दिनों में भी सुबह ८ बजे से दोपहर २ बजे तक का नियमों का बंधन मर्ज और बढ़ा देता है। जिम्मेदारों की एक छोटी सी पहल गरीबों को संजीवनी दे सकती है।
जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज के मर्जर के बाद करीब नौ महीने में ४६ रविवार पड़े। इस लिहाज से औसतन नौ हजार मरीजों को दवा वितरण केंद्र बंद होने से बाहर से दवा खरीदना पड़ीं। एक मरीज को एक अनुमान के मुताबिक डॉक्टर ने करीब सौ रुपए की दवाएं लिखीं और ऐसे में मरीजों को अकेले दवाओं के नौ लाख रुपए खर्च पड़े।
कैज्युल्टी में भी नहीं मिलती दवाएं
रविवार को गंभीर मरीज भी पहुंचते हैं। कैज्युल्टी में वैसे तो दवाएं उपलब्ध रहती हैं, लेकिन इस अवधि में ऐसे कई केस सामने आए, जब वहां भी मरीजों को दवाएं नहीं मिल सकीं।
लगाई जा सकती है ड्यूटी
प्रबंधन चाहे तो यह व्यवस्था शुरू कर सकता है। मैन पावर में प्रबंधन के पास स्टाफ की कमी नहीं है। रविवार के दिन इनका उपयोग सुबह ८ से रात ८ बजे तक के किया जा सकता है। एेसे में मरीजों को भी आर्थिक रूप से परेशान नहीं होना पड़ेगा। रविवार को दवा वितरण केंद्र खोले जाने की बात पूर्व में भी उठ चुकी है।
– अधीक्षक से बात हो चुकी है। सातों दिन सुबह ८ से रात ८ बजे तक दवा वितरण केंद्र खोले जाने पर सहमति बन गई है। मैं कल इसके ऑर्डर कर देता हूं। -डॉ. जीएस पटेल, बीएमसी डीन

इधर, रिजल्ट घोषित होते ही मिलेगी मार्कशीट
सागर. माध्यमिक शिक्षा मंडल ने मार्कशीट वितरण के लिए इस बार नई व्यवस्था की है। अब रिजल्ट घोषित होने के तत्काल बाद ही छात्रों को मार्कशीट उपलब्ध करा दी जाएगी। शिक्षक विभाग के अधिकारी १०-१२वीं का रिजल्ट मई के दूसरे हफ्ते में जारी होने की बात कर रहे हैं।

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