हाउसिंग बोर्ड की खाली पड़ी जमीन पर शिफ्ट हो सकता है श्रीराम दरबार
सागर•Sep 23, 2018 / 10:00 am•
हामिद खान
Case of the Railway Over Bridge
सागर. रेलवे ओवर ब्रिज की जद में आ रहे मकरोनिया के प्रभाकर नगर स्थित श्रीराम दरबार को लेकर स्थानीय लोगों और मंदिर समिति के प्रयास लगातार जारी है। समिति व स्थानीय लोगों ने प्रशासन के सामने रखा प्रस्ताव अब केवल प्रशासनिक अनुमति का इंतजार में है।
मंदिर विस्थापन के लिए चल रही जमीन की मांग को लेकर अब तक प्रशासन ने तो कोई पहल नहीं की है, लेकिन अब यह तय माना जा रहा है कि मंदिर हाउसिंग बोर्ड की खाली जमीन पर शिफ्ट किया जा सकता है। हालांकि अभी तक जगह का निर्धारण नहीं हो सका है, लेकिन मंदिर समिति यह प्रस्ताव प्रशासन के सामने रख चुकी है, इसके बाद अब लोगों को प्रशासनिक स्वीकृति का इंतजार है। इस संबंध में कलेक्टर के नेतृत्व में हाउसिंग बोर्ड, मंदिर समिति और एनएच के बीच बैठक कर आपसी सहमति पर चर्चा होनी है, जिससे की मंदिर को लेकर शुरू हुआ विवाद सुलझा सके।
विकास में बाधा नहीं
अतिक्रमण को हटाने की बात सामने आने के बाद शुरू हुए विवाद और गठित की गई मंदिर बचाओ कमेटी भी फिलहाल किसी प्रकार का आंदोलन कर शासन-प्रशासन को मुसीबत डालने के पक्ष में नजर नहीं आ रही है, लेकिन यह बात भी कही जा रही है कि यदि धार्मिक भावनाओं को आहत किया गया तो स्थानीय लोगों का विरोध उग्र आंदोलन का रूप ले सकता है।
यह है मामला
मकरोनिया रेलवे स्टेशन के करीब स्थिति रेलवे गेट नंबर-३० पर आरओबी का काम शुरू हो चुका है, इसमें फिलहाल बाधक बन रहे पेड़ों व अतिक्रमण को हटाया जा रहा है, इसमें प्रभाकर नगर स्थित श्रीराम दरबार मंदिर भी जद में आ रहा है। मंदिर हटने की बात सामने आने के बाद मंदिर समिति सहित स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। लोगों का कहना है कि वे आरओबी निर्माण में तो रोड़ा नहीं अटकाएंगे, लेकिन वर्षों की आस्था का भी ध्यान रखना चाहिए।
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