मानसून जल्द न आने पर गहरा सकता है जलसंकट
सागर•Jun 09, 2019 / 09:37 pm•
sachendra tiwari
Consumption of millions of liters increased of water in the city
बीना. बीना नदी से शहर में पानी की सप्लाई की जाती है और नदी का जलस्तर तेजी से खिसक रहा है। यदि मानसून समय पर नहीं आया तो पानी के लिए परेशान भी होना पड़ सकता है। वर्तमान में प्रत्येक दिन पानी की सप्लाई की जा रही है।
गर्मीआते ही शहर में पानी की खपत लाखों लीटर बढ़ जाती है। गर्मी के मौसम के अलावा शहर में करीब 63 लाख लीटर पानी की खपत होती है, लेकिन गर्मी में यह खपत 75 लाख लीटर पर पहुंच गई है। क्योंकि शहर की अधिकांश आबादी नगरपालिका के नलों पर ही निर्भर है और यही पानी टैंकरों से भी सप्लाई कर दिया जाता है। पानी की खपत बढऩे से नदी का जलस्तर भी खिसक रहा है और पंप हाउस के तीन पाइपों में एक पाइप बहुत दिनों पहले ही ऊपर आ गया था और अब दूसरा पाइप भी करीब तीन इंच ऊपर आ गया है। यदि इसी गति से जलस्तर खिसका तो कुछ दिनों में ही तीसरा पाइप भी नजर आने लगेगा और मानसून जल्द नहीं आया तो एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई शुरू करनी पड़ेगी। बीच में एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई शुरू करने का निर्णय भी ले लिया गया था, लेकिन बाद में यह निर्णय बदल दिया गया है।
शहर में हो रही पानी की बर्बादी
सप्लाई का समय बढऩे के कारण लोगों के घरों तक पर्याप्त पानी पहुंच रहा है और उपयोग का पानी भरने के बाद लोग सड़कों पर पानी फैला रहे हैं या फिर वाहनों की धुलाईकर रहे हैं। पानी बर्बाद करने वालों पर नगरपालिका द्वारा कोईकार्रवाई नहीं की जा रही है। साथ ही लोग भी पानी बचाने का प्रयास नहीं कर रहे हैं जो आने वाले समय में परेशानी का सबब बनेगा।
कई वार्डों में अभी भी परेशान हैं लोग
शहर में कुछ ऐसे वार्ड हैं, जहां अभी भी लोग पानी के लिए परेशान हैं। यहां नपा ने पाइन लाइन नहीं डाली है। यहां दिन में एक या दो टैंकर पानी ही भेजा जा रहा है। यदि पाइप लाइन बढ़ा दी जाए तो लोगों को राहत मिलेगी।