बीना. प्रभारियों के भरोसे चल रहे विभागों के कारण लोगों को परेशान होना पड़ता है। कई बार अधिकारी के न होने पर कार्यालय में ताले भी डल जाते हैं। ऐसी ही स्थिति पिछले कुछ महीनों से उप पंजीयक कार्यालय की बनी हुई है।
उप पंजीयक कार्यालय में पदस्थ उप पंजीयक को बीना के साथ-साथ देवरी का भी प्रभार दिया गया है। जिस दिन वह देवरी जाते हैं, उस दिन यहां कार्यालय में ताला डालना पड़ता है। यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देना है या फिर जानकारी लेना है, तो उन्हें दूसरे दिन का इंतजार करना पड़ता है। साथ ही जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए उप पंजीयक की उपस्थिति के अनुसार ही स्लॉट बुक कराना पड़ता है। कई बार संपदा पोर्टल में समस्या होने के कारण लंबे समय तक रजिस्ट्री कराने का इंतजार भी करना पड़ता है। यदि स्थायी पदस्थापना हो जाए, तो हर दिन रजिस्ट्री होने से लोगों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
दोनों जगह की संभाल रहे व्यवस्था
वर्तमान में देवरी और बीना कार्यालय का प्रभार है, जिससे दोनों जगहों की व्यवस्था संभाल रहे हैं। जिस दिन बीना में नहीं रहते है, तो कार्यालय बंद करना पड़ता है।
नरेश राजपूत, उप पंजीयक
Published on:
21 Jun 2025 04:46 pm