अव्यवस्थाओं से हो रही परेशानी
सागर•Mar 02, 2021 / 09:51 pm•
sachendra tiwari
Farmers disappointed due to low price
बीना. कृषि उपज मंडी में रबी सीजन की आबक शुरू हो गई है और मंगलवार को करीब आठ हजार क्ंिवटल उपज आई, जिससे परिसर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से भरा हुआ था। आबक तो बढ़ गई है, लेकिन किसानों को उम्मीद के अनुसार उपज के दाम नहीं मिल रहे हैं।
मंगलवार को अच्छी बटरी ४८०० रुपए क्ंिवटल तक, मसूर ५५०० रुपए क्ंिवटल, तेवड़ा ३८०० रुपए क्विंटल और चना ४७०० रुपए क्ंिवटल तक बिके। क्वालिटी अच्छी न होने वाली उपज के दाम किसानों को कम मिले। व्यापारियों के अनुसार पिछले वर्ष की अपेक्षा मसूर करीब १२०० क्ंिवटल ज्यादा बिक रही है। अन्य उपज भी मॉडल रेट से ऊपर बिक रही हैं। वहीं किसानों का कहना है कि खेती में लागत बढ़ गई है, लेकिन उपज के दाम उसके अनुसार नहीं बढ़ रहे हैं। किसान मोहन पटेल ने बताया कि डीजल, खाद, बीज, कीटनाशक के दामों में वृद्धि हो रही है, लेकिन उपज के दाम उसके अनुसार नहीं बढ़ रहे हैं। कुछ वर्षों पूर्व मसूर ८ और ९ हजार रुपए क्ंिवटल तक बिकी थी, लेकिन अब ५५०० रुपए क्ंिवटल तक ही दाम मिल रहे हैं। उपज के दामों में भी इजाफा होना चाहिए।
मंडी में फैली हैं अव्यवस्थाएं
रबी सीजन की आबक शुरू हो गई है, लेकिन मंडी प्रबंधन द्वारा व्यवस्थाएं नहीं की गई हैं। किसानों को पीने के पानी तक की उचित व्यवस्था नहीं की गई है। गंदगी के बीच किसान पानी पीने मजबूर हैं। हर बार सीजन के समय मंडी प्रबंधन द्वारा पानी की उचित व्यवस्था करने का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं किया जाता है। इसी प्रकार मंडी में सफाई व्यवस्था पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जगह-जगह फैली गंदगी के कारण किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जगह-जगह परिसर में गंदगी फैली रहती है। साथ ही मंडी में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को क्रम से न लगाए जाने के कारण विवाद की स्थिति भी निर्मित होती है।