हींगटी रोड से आने जाने वालों को सता रही चिंता, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
बीना. ओवरब्रिज बनाने के लिए खुरई रोड का यातायात एक साल पहले हींगटी रोड से डायवर्ड किया गया था। 18 टन क्षमता वाली प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गई इस सड़क से भारी क्षमता के वाहन निकलने से करीब दो किलोमीटर सड़क पूरी तरह उखड़ चुकी है। स्थानीय लोग सड़क बनाने की मांग को लेकर कई बार ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं किया गया है।
बारिश शुरू होते ही हींगटी गांव के साथ-साथ उरैया क्षेत्र में रहने वालों सैकड़ों लोगों का सड़क संपर्क कट जाएगा। सड़क बनाने की मांग को लेकर उरैया क्षेत्र में रहने वाले करीब 150 परिवारों के साथ हींगटी गांव के लोग कई बार ज्ञापन दे चुके हैं। यहां तक कि चंद्रशेखर वार्ड पार्षद रजनी नवीन साहू सांसद राजबहादुर सिंह और विधायक महेश राय से मुलाकात कर सड़क बनाने की मांग कर चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया। बारिश शुरू होते ही खुरई रोड से उरैया तक पूरी सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाएगी। स्कूली बच्चों को लेने के लिए इस रोड पर जाने वाले वाहन भी नहीं पहुंच पाएंगे। मुख्य सड़क से संपर्क कटने के कारण लोगों को पैदल ही आना जाना पड़ेगा।
दो विभागों में चल रही खींचतान
सड़क बनाने को लेकर नेशनल हाइवे और प्रधानमंत्री सड़क ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों के बीच खींचतान चल रही है। प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारियों का कहना है कि खुरई रोड पर ब्रिज बनाने के लिए एनएच ने ट्रैफिक डायवर्ड किया था, जिससे सड़क उखड़ी है। जबकि एनएच के अधिकारियों का कहना है कि वाहन चालक अपनी मर्जी से हींगटी रोड से निकलने लगे थे। इसे लेकर दोनों विभागों में पत्राचार चल रहे है, जिससे सड़क नहीं बन पाई है।