कटनी जाने वाली ट्रेनें रही कैंसिल, बसों में भी रही भीड़
सागर•Oct 12, 2018 / 09:30 pm•
anuj hazari
Train me awaidh vasooli live
बीना. त्यौहार के सीजन में रेलवे ने कटनी तक आने-जाने वाली छह ट्रेनों को रद्द कर दिया है, जिसके कारण सैकड़ों यात्री परेशान होते रहे। रेलवे के अचानक ट्रेन कैसिंल करने की जानकारी भी लोगों के लिए नहीं लग सकी थी इसलिए वह शुक्रवार को जब ट्रेनों के निर्धारित समय पर पहुंचे तो उन्हें मायूस होकर घर वापस लौटना पड़ा। जिन्हें शुक्रवार को ही यात्रा करनी थी वो बस व निजी वाहन से अपने गंतव्य तक गए। कटनी मुड़वारा स्टेशन के पास ट्रैक मेंटेनेंस का काम किया जा रहा है। जिसका बहाना लेकर रेलवे द्वारा यात्रियों को परेशान किया जा रहा है। जबकि बिलासपुर से आने वाली बिलासपुर-भोपाल पैंसेजर कटनी तक चलाई जा रही है। वहीं बीना, दमोह, सागर के लोग परेशान हो रहे हैं। शुक्रवार सुबह आठ बजे बीना से कटनी जाने वाली पैसेंजर ट्रेन कैसिंल होने के कारण सैकड़ों यात्री परेशान हुए। क्योंकि बीना से सागर प्रतिदिन कई लोग अपडाउन करते हैं, जिन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अपडाउन करने वाले यात्री विकास ने बताया कि वह रोज की तरह शुक्रवार सुबह आठ बजे स्टेशन पहुंच गए थे, लेकिन स्टेशन पहुंचने के बाद उन्हें पता चला कि आज टे्रन रद्द है। उन्होंने बताया कि सागर न पहुंच पाने के कारण उनके काम का नुकसान हुआ है।
कटाई करने वाले मजदूरों को हुई ज्यादा परेशानी
खरीफ की फसल काटने के लिए आए सैकड़ों मजदूर फसल कटाने के बाद घर वापस जा रहे हैं। रोजाना करीब पांस सौ से ज्यादा मजदूर कटनी की ओर यात्रा कर रहे हैं। शुक्रवार को जब बीना-कटनी व भोपाल-बिलासपुर पैसेंजर ट्रेन नहीं चली तो वह दोपहर डेढ़ बजे तक दूसरी ट्रेन का इंतजार करते रहे। इतना ही नहीं नवरात्रि के अवसर पर हजारों लोग मैहर मां शारदा के दर्शन करने के लिए जा रहे हैं, जिन्हें ट्रेन नहीं होने के कारण परेशान होना पड़ रहा है। त्यौहार पर माता के दर्शन करने के लिए लोग नहीं जा पा रहे हैं जिससे उनमें रोष है।
महिलाओं तक ने की पायदान पर बैठकर यात्रा
दोपहर डेढ़ बजे 50603 बीना-कटनी पैंसेजर एक मात्र ट्रेन चलाई गई जो प्लेटफॉर्म पर जैसे ही जाने के लिए खड़ी की गई चंद सैकंडों में ठसाठस भर गई। इस ट्रेन में सबसे ज्यादा कटनी की ओर जाने वाले मजदूर थे। सभी मजदूर सुबह से ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। ट्रेन में जगह न होने से लोग बोगी में शौचालय के पास झूला बनाकर यात्रा करते नजर आए। वहीं ट्रेन में जगह न मिलने के कारण महिलाओं के लिए भी पैरदान पर बैठकर यात्रा करनी पड़ी।
Hindi News/ Sagar / एक ट्रेन के भरोसे रहे सैकड़ों यात्री, पैर रखने भी नहीं रही जगह