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सागर

अस्पताल को वर्षों से है जनरेटर की दरकार, बिजली गुल होने पर मरीजों का हो जाता है बुरा हाल

पुराने का भी नहीं हो पा रहा सुधार

सागरApr 20, 2019 / 08:59 pm

sachendra tiwari

No generator in civil hospital

No generator in civil hospital

बीना. सिविल अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं में कमी के चलते वह परेशान हैं। बड़ी अस्पताल होने के बाद भी यहां एक जनरेटर की व्यवस्था नहीं हो पा रही है और जब बिजली गुल होती है तो मरीजों का गर्मी में बुरा हाल हो जाता है। मरीजों का वार्ड में बैठना मुश्किल हो जाता है।
सिविल अस्पताल में कुछ वर्षों पूर्व जनरेटर आया था और जिस दिन से जनरेटर आया है तभी से बंद है और उसका सुधार नहीं हो पाया है। इसके बाद भी अस्पताल को कोई दूसरा नया जनरेटर नहीं दिया गया है। जबकि अस्पताल में हमेशा मरीज भर्ती रहते हैं। मिली जानकारी के अनुसार यह जनरेटर जरुवाखेड़ा अस्पताल का था और बीना अस्पताल के जनरेटर का कोई पता ही नहीं है।
भवन बन रहे है पर मूलभूत सुविधाएं अधूरी
सिविल अस्पताल में नए-नए भवन तैयार कर दायरा बढ़ाया जा रहा है, लेकिन मूलभूत सुविधाओं में इजाफा नहीं हो पा रहा है। अस्पताल में भवन के साथ-साथ यदि सुविधाएं भी बढ़ा दी जाएं तो अस्पताल आने वाले मरीजों को राहत मिलेगी। कई बार टॉर्च की रोशनी में लोगों को इंजेक्शन और वॉटल लगाए जाते हैं।
इन्वर्टर हैं सहारा
अस्पताल में इन्वर्टर लगे हुए हैं, जिससे कुछ पंखे चलाए जाते हैं। बिजली गुल होने पर स्टाफ रुम के पंखें ही चलते नजर आते हैं बाकी वार्डों के पंखें बंद रहते हैं, जिससे मरीज कपड़ा, कागज से हवा करते हुए नजर आते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी गर्मी के मौसम में होती है।
पुराने का नहीं हो पा रहा सुधार
पुराने जनरेटर का सुधार कराने के लिए प्रयास किए गए थे, लेकिन सुधार नहीं हो पा रहा है। नए जनरेटर के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं। शीघ्र ही व्यवस्था कराई जाएगी।
डॉ. आरके जैन, प्रभारी, सिविल अस्पताल बीना

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