एक ही संयुक्त परिवार एसबीआई कॉलोनी में लगभग 45 परिवार निवासरत हैं, लेकिन संयुक्त परिवार की संख्या एक ही है। यहां रहने वाले सर्वेश उपाध्याय ने कहा कि वो संयुक्त परिवार में रहते हैं। हम दो भाई एक साथ रहते हैं। परिवार में बड़ी ताकत होती है इसलिए संयुक्त रूप से रहना चाहिए।
एक भी परिवार नहीं संयुक्त बालक हिल व्यू निवासी डॉ. अमर जैन ने बताया कि यहां 100 परिवार रहते हैं। सभी परिवार एकल रूप से रह रहे हैं। ऐसा एक भी परिवार नहीं हैं जहां दो भाइयों का चूल्हा एक ही हो। उन्होंने बताया कि तेजी से परिवारों का विघटन हो रहा है।
हमारा परिवार है हमारी ताकत
चमेली चौक में श्रीकृष्ण ताम्रकार का परिवार संयुक्त रूप से रहता है। ताम्रकार ने बताया कि उनके चार बेटे हैं और चारों साथ में हैं। घर पर एक ही चूल्हे पर भोजन बनता है। पूरे परिवार में बच्चों सहित 20 लोग हैं। संयुक्त परिवार की एक अलग ही ताकत होती है। एक-दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। मीरा ताम्रकार बताती हैं कि जब एक बहु मायके जाती है तो दूसरी सहयोग करती है। हर काम समय पर होता है और इससे बच्चों के लिए भी संस्कार मिलते हैं