देवबन्दी आलीम ने फतवे का समर्थन करते हुए कहा की मीडिया के ऊपर जो इस वक्त में दारुल उलूम देवबंद का फतवा वायरल हो रहा है। वह तकरीबन आज से एक साल पुराना है। दारुल उलूम देवबंद की इफ्ता कमेटी से सवाल कर जवाब मागा था की क्या अपनी दुकान व मकान के बाहर CCTV कैमरे लगवा सकते है या नही शरियत क्या कहती है। सवाल किया गया था कि किसी का कोई मकान है या दुकान है और वहां पर लोगों की आना जाना रहता है तो उसके बाहर मकान या दुकान के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगवाना कैसा है?
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दारुल उलूम देवबंद ने फतवे को मद्देनजर रखते हुए बताया कि फतवे का जो जवाब दिया है उसके अंदर दारुल उलूम देवबंद ने यही कहा कि अगर ज्यादा जरूरत है तो सीसीटीवी कैमरा लगाया जा सकता है लेकिन अगर बिना जरूरत सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए तो शरीयत के अंदर इसकी इजाजत नहीं है। क्योंकि शरियत के अंदर बिना जरूरत के तस्वीर खिंचवाना या खींचना भी जायज नहीं है। दारुल उलूम देवबंद ने यह फतवा दिया है और हम सब फतवे की ताकीद करते हैं।