बेहट कस्बे में एक सरकारी हैंडपंप को प्रशासन ने उखड़ना दिया था। जिस व्यापारी की दुकान के बाहर यह हैंडपंप लगा हुआ था उसने प्रशासन से शिकायत की थी। इस हैंडपंप को उखाड़े जाने के बाद बेहट विधायक नरेश सैनी और सहारनपुर देहात विधायक मसूद अख्तर ने उखाड़े गए नल को दोबारा उसी स्थान पर लगाये जाने की मांग की थी जब उनकी मांग नहीं मानी गई तो दोनों धरने पर बैठ गए थे इसके बाद प्रशासन ने उन्हें समझा-बुझाकर धरना खत्म करा दिया था। अगले दिन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इसी मामले को लेकर थाने में हनुमान चालीसा पढ़ी थी और जोरदार प्रदर्शन करते हुए उखाड़े गए नल को दोबारा उसी स्थान पर लगाए जाने का विरोध किया था। इसके बाद इस मामले में भीम आर्मी कूद गई थी और भीम आर्मी के पदाधिकारी बेहट में धरना देकर बैठ गए थे। उन्होंने कहा था कि जब तक नल वापस नहीं लगवा दिया जाता तब तक वे धरने से उठने वाले नहीं हैं।
जब यह मामला
भीम आर्मी के पल्ले में जाता हुआ दिखाई दिया तो कांग्रेस विधायकों ने जिला प्रशासन के साथ बात की और कहा कि अगर मंगलवार सुबह दस बजे तक अगर नल वापस नहीं लगा तो वह एक बार फिर से धरना देंगें। अब मंगलवार को दोनों विधायक बेहट में एक बार फिर से धरना देने जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। यहां जमकर हंगामा भी हुआ। पुलिस दोनों विधायकों को बेहट से हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले आई। इसके बाद पुलिस लाइन पहुंचे कांग्रेस के
राष्ट्रीय सचिव इमरान मसूद ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा की और इसे पुलिस की कार्रवाई को गलत ठहराते हुए कहा कि भाजपा के कुछ लोग इस मामले को तूल देने की कोशिश कर रहे हैं जबकि हम सिर्फ यही चाहते हैं कि नल लगे और लोगों को पानी मिले।
एसपी सिटी ने बताया कि बेहट में दोनों विधायक धरना देने के लिए जा रहे थे इससे कानून व्यवस्था प्रभावित हो सकती थी। इसी आधार पर उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस लाइन लाया गया। बेहट में जो भी मामला है उसे सुलझा लिया जाएगा। पुलिस ने दोनों विधायकों को गिरफ्तार करके सहारनपुर पुलिस लाइन में रखा। बाद में एडीएम के आदेशों पर निजी मुचलका के आधार पर दोनों विधायकों को रिहा कर दिया गया।