बैंक में नहीं सुनी गई किसान की बात तो किसान यूनियन ने प्रबंधक काे धूंप में बैठाया
मुजफ्फरनगर के एक बैंक मैनेजर ने जब किसान की बात नहीं सुनी ताे किसानों ने बैंक शाखा के मैनेजर काे धूंप में बैठा लिया। इसके बाद बैंक शाखा मैनेजर ने किसान काम पूरा करने का वादा किया।
मुज़फ़्फ़रनगर। बैंक में जब किसान की बात नहीं सुनी गई ताे गुस्सा किसान यूनिनय पदाधिकारियों ने बैंक मैनेजर काे ही धूंप में बैठा लिया। जब बैंक मैनेजर पसीने-पसीने हुए ताे उन्हाेंने आगे से किसी भी किसान के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करने का वादा किया। इसके बाद ही किसानाें ने बैंक मैनेजर काे छाेड़ा ।
थाना रामराज क्षेत्र में भारतीय स्टेट बैंक की रामराज शाखा के कर्मियों द्वारा किसानो और आम ग्राहकों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोपों को लेकर भारतीय किसान यूनियन तोमर नें भारतीय स्टेट बैंक की रामराज शाखा पर पहुंचे और धरना प्रदर्शन करते हुए धूंप में बैठ गए। किसानाें ने शाखा के मैनेजर काे भी धूंप में ही बैठा लिया।
किसानाें के अनुसार लगभग डेढ़ माह पूर्व रामराज निवासी एक किसान ने स्टेट बैंक की रामराज शाखा से एनईएफटी के माध्यम से मवाना के बैंक ऑफ बड़ोदा बैंक के एक खाते में एक लाख सात सात हजार 900 रुपये ट्रांसफ़र किए थे। बैंक स्टाफ की गलती की वज़ह से यह पैसा कलकत्ता के किसी दूसरे आदमी के खाते में पहुंच गया। किसान के बार-बार बैंक के चक्कर काटने के बाद भी शाखा प्रबन्धक ने कोई समाधान नहीं किया।
तीन दिन पहले इसी समस्या को लेकर भारतीय किसान यूनियन तोमर के पदाधिकारी शाखा प्रबंधक से मिले। आराेप है कि, इस दाैरान शाखा प्रबंधक ने उनके साथ भी ठीक व्यवहार नहीं किया। इसके बाद नाराज होकर किसान यूनियन तोमर नें सोमवार को स्टेट बैंक पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानो नें शाखा प्रबंधक को भी बैंक के अंदर से बुलाकर अपने बीच ही कड़ी धूप में बैठा लिया। किसानों ने उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने की बात कही। इसके बाद स्टेट बैंक के एआरएम नें मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाकर शांत किया और एक माह मे किसान का पैसा वापस कराने का आश्वासन दिया। यह आश्वासन मिलने के बाद किसानाें का गुस्सा शांत हाे सका।
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