योगी सरकार ने भाजपा कार्यकर्ताओं को दिया तोहफा, 5 जुलाई से दर्ज केस होंगे वापस
नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने इसकी पुष्टि की है उन्होंने बताया कि नगर निगम जल संरक्षण अभियान के तहत इन पार्कों को विकसित कराएगा। इन पार्कों से ऑक्सीजन बढ़ेगी और यह एक तरह से प्राकृतिक ऑक्सीजन बैंक होंगे, जिन पर वन टाइम इन्वेस्टमेंट के बाद कोई खर्च नहीं होगा और 24 घंटे ऑक्सीजन मुहैया कराएंगे। उन्होंने बताया कि यह पूरा फॉर्मूला जापान की तकनीक मियावाकी पर आधारित होगा और इसी तकनीक के आधार पर मियावाकी पार्क विकसित होंगे। इनमें जल संरक्षण जैव विविधता संरक्षण से संबंधित छोटे छोटे मॉडल भी बनाए जाएंगे। इस प्रकार से विकसित किया जाएगा।देशभर से प्रशिक्षण के लिए आएंगे परीक्षार्थी
इन पार्कों को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि यह जल संरक्षण के लिए एक नजीर होंगे। देशभर से छात्र-छात्राएं और शोध करने वाले शोधार्थी यहां आकर प्रशिक्षण ले सकेंगे। इसके लिए हिमालयन इंस्टीट्यूट फॉर इकोलॉजी एनवायरमेंट एंड डेवलपमेंट देहरादून जल संसाधन समूह 2030 नई दिल्ली ग्रीन इंडिया कॉरपोरेशन सेंटर फॉर वॉटर पीस समेत आदि संस्थाओं के वैज्ञानिकों से सलाह ली जाएगी और उनके निर्देशन में इन पार्कों को विकसित किया जाएगा। पर्यावरण प्लानर डॉक्टर उमर शेख ने बताया कि इन बालकों को सेटेलाइट से जोड़ा जाएगा और दुनिया भर में रीच में रहेंगे।