यह भी पढ़ें
नाले किनारे रखी बोरी से आ रही थी आवाज, महिला ने जाकर देखा तो अंदर से नवजात बच्चा किलकारी मार रहा था
उन्होंने कहा कि मुसाफिरों के लिए वैसे भी इस्लाम के अंदर बहुत सारी ऐसी चीजें हैं, जो लोगों को राहत पहुंचाती हैं। उन्होंने कहा कि हुकुम दिया गया है कि मुसाफिर की मदद करो, मुसाफिरों को खाना खिलाओ यह सब चीजें हमारे मजहब में हैं, जो इंसानियत का तर्ज देती हैं। कांवड़ हो या कोई भी मुसाफिर जा रहा हो वह उनकी श्रद्धा है, उनका मजहब है। वह अपने मजहब के फर्जों को अदा करने के लिए जा रहे हैं। यह भी पढ़ें
मिराज क्रैश में शहीद स्क्वाड्रन लीडर की पत्नी भी एयर फोर्स में हुई शामिल, उड़ाएंगी फाइटर प्लेन
उन्होंने कहा कि अगर मुसलमान उसमें उनकी मदद करते हैं तो मुसलमान के लिए इससे अच्छा काम नहीं हो सकता है। मुस्लमान ऐसा काम करें, जिससे उन्हें रिलीफ मिले। उनके नाश्ते में के लिए चाय पानी के साथ किसी भी चीज का इंतजाम कर सकते हैं तो इसमें कोई हर्ज की बात नहीं है, बल्कि इंसानियत के पैगाम को आगे पहुंचाने का एक रास्ता है। अहमद गौड़ के इस बयान की सभी लोग खुले दिल से तारीफ कर रहे हैं। UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Uttar Pradesh Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर ..