दरअसल, जिला पंचायत की ओर से अभी तक इस मेले में तरह-तरह के टैक्स लगाए जाते थे। एंट्री टैक्स भी श्रद्धालुओं को यहां देना पड़ता था लेकिन, अब इस मेले को राजकीय दर्जा मिल गया है और इसका लाभ यहां दुकान लगाने वाले छोटे व्यापारियों से लेकर देशभर से शीश नवाने दरबार मे पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को भी मिलेगा।
बता दें कि पिछले लंबे समय से शाकुम्भरी सिद्ध पीठ मेले को राजकीय दर्जा दिलाए जाने की कोशिश चल रही थीं। प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद सहारनपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शाकुम्भरी क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र के रूप में डेवलप करने की बात कही थी। अब शाकुम्भरी मेले को राज्य स्तरीय दर्जा मिलने के बाद इस क्षेत्र में विकास तो होगा ही साथ ही इस मेले का विकास भी अब अन्य प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के तर्ज पर होगा। श्रद्धालुओं को यहां रहने और रुकने की भी सुविधाएं मिलेंगी।
भाजपा ने शाकुम्भरी सिद्धपीठ से शुरू किया था चुनावी प्रचार पिछले दिनों चुनाव में सहारनपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाकुम्भरी सिद्ध पीठ से ही चुनाव प्रचार का शंखनाद किया था। वह खुद शाकुम्भरी देवी के दर्शन करने के लिए मां के दरबार पहुंचे थे। लाखों लोगों की आस्था का केंद्र होने के साथ ही शाकुम्भरी सिद्ध पीठ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी आस्था का केंद्र है।