प्रधानाध्यापक ( headmaster ) की इस पहल का पूरा गांव स्वागत कर रहा है। प्रधानाध्यापक के इस कार्य की आस-पास के गांव में भी तारीफ हाे रही है। दरअसल लॉक डाउन खुलने के बाद बेसिक स्कूल भी खुल गए हैं लेकिन अभी तक अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। इसके पीछे कोरोना की आशंकित तीसरी लहर काे वजह माना जा रहा है। शिक्षा विभाग ने भी अभिभावकों से उनकी मर्जी पूछी थी ऐसे में केवल 50 प्रतिशत अभिभावकों ने ही अपने बच्चों को स्कूल भेजने की सहमति दी थी। यही वजह है कि अभी स्कूलों में बच्चे नहीं जा रहे हैं। स्कूल भले ही खुल गए हों लेकिन बच्चे स्कूल नहीं जा रहे। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो यही साेचते हुए मुजफ्फराबाद के प्राथमिक विद्यालय सहजादपुर के प्रधानाध्यापक ने एक पहल करते हुए अपने वेतन से चार कलर टीवी खरीदकर गांव में परिवारों को दिए ताकि बच्चे टीवी पर आने वाले कार्यक्रमों को देखकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।
दरअसल सहारनपुर का मिर्जापुर क्षेत्र बेहद पिछड़ा हुआ क्षेत्र है और यहां पर टीवी अभी भी एक बड़ी बात है। प्रधानाध्यापक वीरेंद्र सैनी का कहना है कि गांव में टीवी नहीं हैं। ऐसे में उन्होंने चार करल टीवी ग्रामीणों को दिए हैं। इन टीवी से अब बच्चे अपनी पढ़ाई घर पर ही कर सकेंगे। टीवी पर बच्चे दूरदर्शन पर आने वाले शिक्षा संबंधी कार्यक्रम देखकर शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। गांव में एक सादे आयोजन के दौरान यह टीवी ग्रामीणों को भेंट किए गए। इस दौरान बड़ी संख्या में गांव में पौधारोपण भी किया गया और ग्रामीणों को पौधारोपण के लिए जागरूक किया गया। प्रधानाध्यापक की इस पहल की जहां चारों तरफ तारीफ हो रही है तो वहीं बच्चे भी टीवी मिलने के बाद बेहद खुश हैं।