बता दें मौलाना सिद्दीक उल्लाह चौधरी जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से नवंबर में आयोजित शताब्दी समारोह की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बुधवार को देवबंद पहुंचे थे। इस दौरान सिद्दीक उल्लाह चौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार बंगाल में सांपद्रायिकता को हावी नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि बंगाल धर्मनिरपेक्ष राज्य है, लेकिन भाजपा और संघ यहां माहौल खराब करने के लिए हर तरह के षडयंत्र रच रहे हैं, जिन्हें कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
जहीन अहमद मदनी के निवास पर मीडिया कर्मियों से वार्ता करते हुए चौधरी ने कहा कि टीएमसी के खिलाफ झूठ और षडयंत्र का माहौल देश में तैयार किया जा रहा है, लेकिन बंगाल में ममता सरकार संघ और भाजपा के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगी। उन्होंने भाजपा और मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए देश में जिस तरह से मजहब के नाम पर लोगों के दिमागों में सांप्रदायिकता का जहर भरने का आरोप लगाया।
BJP के 70 विधायक उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में टीएमसी तीसरी बार ममता बनर्जी के नेतृत्व में सरकार बनाएगी। भाजपा की नीतियों को देश समझ रहा है। उन्होंने अमेरिका की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि वहां बजरंग दल की गतिविधियों की जांच होनी चाहिए। केंद्रीय गृहमंत्री ने बंगाल के मदरसों में आतंकवाद के पनपने का आरोप लगाया था, जिसका जवाब सीएम ममता बनर्जी ने देते हुए गृहमंत्री को बजरंग दल की गतिविधियों की जांच कराने को कहा है।
उन्होंने दो टूक कहा कि बंगाल के मदरसों का आंतकवाद से कोई संबंध नहीं है। इस दौरान जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय सचिव मौलाना हकीमउद्दीन कासमी, महाराष्ट्र के अध्यक्ष मौलाना नदीम सिद्दीकी, प्रांतीय सचिव मौलाना मोहम्मद मदनी, मौलाना फरीद मजाहिरी और मौलाना इब्राहिम कासमी समेत जिला जमीयत उलेमा-ए-हिंद के पदाधिकारी मौजूद रहे।
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