सम्भल

सपा सांसद ने दिया अजीबो-गरीब बयान, कहा- मुस्लिमों के सामूहिक नमाज पढ़ने से ही देश से भागेगा कोरोना

Highlights
– Samajwadi Party सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क अपने अजीबो-गरीब बयान को लेकर सुर्खियों में
– Sambhal सांसद का दावा, सभी मुस्लिम जब तक मस्जिदों में नमाज नहीं अता करेंगे तब तक कोरोना को नहीं भगाया जा सकता
– धमकी देते हुए कहा- मुस्लिमों को नमाज पढ़ने से कोई नहीं रोक सकता

सम्भलJul 20, 2020 / 01:02 pm

lokesh verma

संभल. समाजवादी पार्टी ( Samajwadi Party ) सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ( Dr. Shafiqur Rahman Barq ) ने ईद उल जुहा ( Eid Al Adha 2020 ) पर नमाज अता करने को लेकर बेहद अजीबो-गरीब बयान देकर हैरान कर दिया है। बर्क ने कहा है कि ईद ( Eid ) के मौके पर सामूहिक रूप से मस्जिदों और ईदगाह में होने वाली नमाज पर प्रतिबंध लगाना गलत है। संभल ( Sambhal ) सांसद ने कहा है कि योगी सरकार ( Yogi Government ) मुस्लिमों के मस्जिदाें और ईदगाहों में नमाज पर लगे प्रतिबंध को हटा ले, क्योंकि जब देश के सभी मुस्लिम एक साथ नमाज पढ़ेंगे तभी ये देश बचेगा। इतना ही नहीं सांसद का दावा है कि देश के सभी मुस्लिम जब तक मस्जिदों में नमाज नहीं अता करेंगे तब तक कोरोना वायरण ( Covid 19 ) की महामारी को नहीं भगाया जा सकता है।
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उल्लेखनीय है कि कोरोना ( coronavirus ) महामारी के चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी धार्मिक आयोजनों के साथ ही धार्मिक स्थलों पर 5 से ज्यादा लोग जुटने पर प्रतिबंध लगा रखा है। वहीं, मस्जिदों में भी पांच से ज्यादा लोगों के नमाज पढ़ने पर रोक है। सरकार ने लोगों से घरों में रहकर ही नमाज पढ़ने की अपील की है। इसको लेकर संभल लोकसभा से सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क जिला प्रशासन और योगी सरकार से खासे नाराज हैं। उन्होंने बीते शुक्रवार को मौलानाओं और मुस्लिम नेताओं के साथ जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह और एसपी यमुना प्रसाद मिलकर ईद पर मस्जिदों और ईदगाहों पर सामूहिक रूप से नमाज अदा करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन जिलाधिकारी ने प्रदेश सरकार की गाइडलाइन का हवाला देते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
इस मामले में अब सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने बेहद अजीबो-गरीब बयान दिया है। उन्होंने धमकी देते हुए साफ-साफ कहा है कि मुस्लिमों को नमाज पढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। उन्होंने ईद-उल-जुहा से पहले लगने वाले पशु के बाजार पर प्रतिबंध को लेकर भी जिला प्रसासन पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ईद-उल-जुहा मुस्लिमों का एक बड़ा त्यौहार है। जब मुसलमान जानवर नहीं खरीदेंगे तो वह अपना त्योहार कैसे मनाएंगे। इसीलिए जिला प्रसासन को बाजार के खोलने की अनुमति देनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि जब तक देश के सभी मुसलमान मस्जिदों में एक साथ नमाज नहीं अता करेंगे तब तक कोरोना वायरस की महामारी को देश से नहीं भगाया जा सकता है।
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