महज 12 साल की उम्र की लड़की की शादी हाेने का पता चलने पर पड़ोसियों ने चाइल्डलाइन के अधिकारियों को सूचित कर दिया। इसके बाद मौके पर पहुंची चाइल्डलाइन की टीम ने पाया कि वाकई गरीब पिता ने खर्च से बचने के लिए अपनी दाे नाबालिग बेटियाें का रिश्ता तय कर दिया है और लॉकडाउन में ही शादी भी हाेनी है। इसके बाद चाइल्ड लाइन की टीम पुलिस के साथ इस गरीब परिवार के घर पहुंची और शादी के आयाेजन काे रुकवा दिया।
इस दाैरान चाइल लाइन के अधिकारियाें और पुलिस ने 45 वर्षीय मजदूर की काउंसलिंग की। काउंसलिंग के बाद लड़कियों के पिता ने पुलिस से वादा किया कि वह 18 साल की उम्र से पहले अपनी बेटियाें की शादी नहीं करेगा। चाइल्डलाइन के अधिकारियों ने बताया कि यह मामला जून माह का है।
ग्रेटर नोएडा के एक गांव में रहने वाले 45 वर्षीय मजदूर का लॉकडाउन में काम छूट गया था। वह बीमार भी था और उसे शराब पीने की भी लत थी। ऐसे में यह परिवार पूरी तरह से कर्ज में डूब गया था। इसी बीच इस परिवार ने सोचा कि क्यों न लॉकडाउन में ही दोनों बेटियों की शादी कर दी जाए। इससे दहेज और आयोजन का खर्चा बच जाएगा। यही सोचकर इस माता-पिता ने अपनी 12 साल की बेटी की भी शादी तय कर दी।
जब चाइल्ड लाइन की टीम ने दाेनाें लड़कियाें से बात की ताे उन्हाेंने भी कहा कि वह शादी नहीं करना चाहती। वह पढ़ना चाहती हैं। अब काउंसलिंग के बाद उसने पुलिस को वचन दिया है कि वह अपनी छठी कक्षा और नवी कक्षा में पढ़ रही बेटियों की शादी 18 साल की उम्र से कम में नहीं करेंगे।
यह मामला अब सामने आया है 22 मार्च को इन दाेनाें बहनाें की शादी तय होनी थी लेकिन इससे पहले ही पड़ोसियों के हस्तक्षेप से इस शादी को रुकवा दिया गया। चाइल्ड लाइन के अफसरों से मिली जानकारी के अनुसार अकेले ग्रेटर नोएडा में जून और मार्च माह के बीच बाल विवाह तय करने के सात मामले सामने आए हैं। काउंसलिंग में यह बात सामने आई थी कि, इन सभी के परिवार वालों ने केवल इसलिए बाल उम्र में अपनी बेटियों की शादी करनी चाही थी।