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विधानसभा में उठेगा आशुताेष शर्मा की माैत का मामला, 50 लाख मुआवजे की मांग जेल में बंदी के आत्महत्या करने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिला जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक बीडी पांडे भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रात में बंदी के परिजन भी पहुंचे। पुलिस ने सोमवार सुबह बंदी का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बंदी के परिजनों ने जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाया है।
जेल अधीक्षक बीडी पांडे ने बताया कि पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, कैलाश पुत्र रघुवीर निवासी गांव जेवरी थाना कंकरखेड़ा को 29 जून को शराब के मामले में कंकरखेड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर सर छोटू राम इंजीनियर कॉलेज स्थित अस्थाई जेल भेजा गया था। बंदी का कोरोना वायरस का पहला टेस्ट हो चुका था, जिसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई थी। दूसरा टेस्ट दो दिन पहले ही हुआ जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है।
रविवार देर शाम बंदी अस्थाई जेल में बने शौचालय में पहुंचा और चादर का फंदा बनाकर जंगले में फंदा डालकर फांसी लगा ली। रात में दूसरा बंदी जब शौचालय गया तो अंदर से दरवाजा नहीं खुला, जिसके बाद कर्मचारियों ने दरवाजे को तोड़ा। अस्थाई जेल के डॉक्टर ने देखा और जांच पड़ताल की तो बंदी की मौत हो चुकी थी।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक बीडी पांडे ने बताया कि रात में ही पुलिस को इसकी जानकारी दे दी गई थी, जिस पर मौके पर मेडिकल पुलिस और सीओ सिविल लाइन भी पहुंचे। सुबह बंदी का शव मोर्चरी भेज दिया है। बंदी के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए अस्थाई जेल बाहर हंगामा भी किया।