7 से तीन दिन चलेगा पल्स पोलियो अभियान
जिले में अभियान ० से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पिलाई जाएगी दवा
3 लाख 53 हजार 683 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य
2 हजार 671 जिलेभर में बूथ बनाए गए
541 शहरी अंचल में बनाए गए बूथ
2130 ग्रामीण अंचल में बनाए गए बूथ
76 मोबाइल टीम पहुंच विहीन जगह के लिए
5706 कर्मचारियों की अभियान में तैनाती
285 सुपरवाईजर अभियान की निगरानी के लिए तैनात
2800 टीम जिलेभर में चलाएंगी अभियान
2000 डोज पोलियों बैक्सीन की उपलब्धता
एक या दो दिन पहले पिलाया तब भी पिलाएं-
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सत्येंद्र सिंह ने बताया, कम आयु के बच्चों में संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। दवा के सेवन के बाद संक्रमण की आशंका कम हो जाती है। बच्चों को दवा पिलाने में लापरवाही न बरतें। कई बार लोग यी धारणा बनाकर अनदेखी कर जाते हैं कि पहले तो दवा पिलाई जा चुकी है। जबकि बूस्टर डोज बच्चों के लिए अनिवार्य होता है जो कि डेढ़ वर्ष तक के बच्चों को पिलाई जाने वाली खुराक में होता है। इसलिए अभियान में बच्चों को दवा जरुर पिलाएं।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सत्येंद्र सिंह ने बताया, कम आयु के बच्चों में संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। दवा के सेवन के बाद संक्रमण की आशंका कम हो जाती है। बच्चों को दवा पिलाने में लापरवाही न बरतें। कई बार लोग यी धारणा बनाकर अनदेखी कर जाते हैं कि पहले तो दवा पिलाई जा चुकी है। जबकि बूस्टर डोज बच्चों के लिए अनिवार्य होता है जो कि डेढ़ वर्ष तक के बच्चों को पिलाई जाने वाली खुराक में होता है। इसलिए अभियान में बच्चों को दवा जरुर पिलाएं।
बच्चा बीमार तो चिकित्सक से लें सलाह
1. शिशु के जन्म के आधे घंटे बाद पहली बार पोलियो दवा पिलाई जा सकती है लेकिन आमतौर पर जन्म से 15 दिन के अंदर पोलियो का पहला टीका दिया जाता है। इसे जीरो डोज कहते है।
2. आपके बच्चे का नियमित टीकाकरण हो रहा है। उसे एक-दो दिन पहले ही टीकाकरण सत्र में पोलियो की दवा पिलाई गई है तब भी सरकारी अभियान के तहत दो बूंद जिंदगी की बच्चे को पिलाया जाना चाहिए।
3. बच्चे को बुखार, पेट में समस्या या किसी अन्य बीमारी से पीडि़त होने पर पोलियो की दवा पिलाने से पहले चिकित्सक से सलाह लेकर ही दवा पिलाएं।
1. शिशु के जन्म के आधे घंटे बाद पहली बार पोलियो दवा पिलाई जा सकती है लेकिन आमतौर पर जन्म से 15 दिन के अंदर पोलियो का पहला टीका दिया जाता है। इसे जीरो डोज कहते है।
2. आपके बच्चे का नियमित टीकाकरण हो रहा है। उसे एक-दो दिन पहले ही टीकाकरण सत्र में पोलियो की दवा पिलाई गई है तब भी सरकारी अभियान के तहत दो बूंद जिंदगी की बच्चे को पिलाया जाना चाहिए।
3. बच्चे को बुखार, पेट में समस्या या किसी अन्य बीमारी से पीडि़त होने पर पोलियो की दवा पिलाने से पहले चिकित्सक से सलाह लेकर ही दवा पिलाएं।