छाई खुशी
आदेश मिलते ही गांव में खुशी छा गई। एसडीएमसी अध्यक्ष अशाराम ने बताया कि ग्रामीणों की मांग को न्याय मिला है। एक सप्ताह से विवाद गंभीरा के रामावि को छारोदा की ढाणी में स्थानान्तरण को लेकर गत एक सप्ताह से विवाद चल रहा था। स्कूल पर तीन जुलाई से ताला लगा था। ऐसे में आठवें दिन मंगलवार दोपहर बाद जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक उत्तरा मेहरा ने जिला कलक्टर को रिपोर्ट सौंपी।
बाद में विद्यालय को यथावत रखने के आदेश जारी किए। हालांकि गंभीरा के रामावि को छारोदा की ढाणी में स्थानान्तरण करने के विरोध में मंगलवार को ग्रामीण जयपुर में संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल से भी मिलने पहुंचे। ग्रामीण रामजीलाल, मुकुट, मस्तराम, कैलाश बैरवा, भोजराम माली आदि ने समस्या बताई थी।
गंभीरा विद्यालय में पानी के लिए तरस रहे विद्यार्थी
भाड़ौती. ग्राम पंचायत गंभीरा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पिछले 1 महीने से पानी की किल्लत है। इसके चलते नवीन शिक्षा सत्र में प्रवेश एवं नियमित उपस्थिति पर विपरीत असर पड़ रहा है। मिड डे मील के लिए पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण खाना बनाने व बर्तन साफ करने के लिए पानी बाहर से लाना पड़ता है। बच्चों को भी पीने के पानी के लिए बाहर जाना पड़ रहा है।
विद्यालय परिसर में 2 हैंडपंप हैं, लेकिन दोनों ही खराब हैं। ग्राम पंचायत द्वारा एफ एफ सी योजना के अंतर्गत स्कूल परिसर में टंकी का निर्माण करवाया गया था लेकिन पिछले 2 वर्ष से अब तक पानी की टंकी में कभी पानी नहीं भरवाया गया। कार्यवाहक प्रधानाचार्य धर्मचंद मीणा ने बताया कि पानी की समस्या को लेकर 25 जून को अटल सेवा केंद्र पर न्याय आपके द्वार शिविर में उप जिला कलक्टर मुकेश कायथवाल को समस्या से अवगत करवाया, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।