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लॉन्ग कोविड के शिकार हो रहे 46 फीसदी बच्चे, संक्रमण के बाद भी लंबे समय तक पीछा नहीं छोड़ रहा वायरस

देश में कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ रहा है। कई राज्यों में स्थिति एक बार बिगड़ने लगी है। इस बीच एक और बड़ी खबर ने चिंता और बढ़ा दी है। एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि 46 फीसदी बच्चे लॉन्ग कोविड के शिकार हो रहे हैं।

नई दिल्लीJun 23, 2022 / 02:55 pm

धीरज शर्मा

Lancet Study Reveals 46 Percent Of Children Falling Victim To Long Covid

Lancet Study Reveals 46 Percent Of Children Falling Victim To Long Covid

देश में कोरोना वायरस का खतरा अभी टला नहीं है। रोजाना कोविड-19 के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। कुछ राज्यों में एक बार फिर हालात चिंताजनक बनते जा रहे हैं। इस बीच एक और बड़ी खबर ने हलचल बढ़ा दी है। दरअसल एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि 46 फीसदी बच्चे लॉन्ग कोविड के शिकार हो रहे हैं। यानी लंबे समय तक कोरोना संक्रमण बच्चों का पीछा नहीं छोड़ रहा है। दरअसल ये स्टडी साइंस जर्नल लैंसेट ने की है। इस शोध के मुताबिक, संक्रमण से ठीक होने के बाद भी 46 फीसदी बच्चों में लॉन्ग कोविड के लक्षण दिख रहे हैं।
इतने दिनों तक चपेट में रख रहा संक्रमण
स्टडी में सामने आया है कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद कम से कम दो महीनों यानी 60 दिनों तक लॉन्ग कोविड के लक्षण दिख रहे हैं।

कहां हुई स्टडी
ये स्टडी डेनमार्क में की गई। इस दौरान 14 साल तक के बच्चों पर विशेष शोध किया गया है। इस स्टडी में 11 हजार से ज्यादा ऐसे बच्चों को शामिल किया था, जो कोरोना संक्रमित हो चुके थे। इनके अलावा 33 हजार से ज्यादा उन बच्चों को शामिल किया गया था, जिन्हें कभी कोरोना नहीं हुआ था।

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एज ग्रुप के मुताबिक अलग-अलग दिक्कतें
स्टडी में हुए खुलासे के मुताबिक अलग-अलग एज ग्रुप के बच्चों में अलग-अलग दिक्कतें सामने आईं। जैसे
– 3 साल तक के बच्चों में मूड स्विंग्स, चकत्ते पड़ना और पेट में दर्द जैसी समस्या बनी हुई थी।
– 4 से 11 साल की उम्र बच्चों में मूड स्विंग्स, ध्यान नहीं लगा पाना और चकत्ते पड़ने जैसी समस्या थी।
– 12 से 14 साल की उम्र के बच्चे थकान, मूड स्विंग्स और ध्यान नहीं लगा पाने की समस्या से जूझ रहे थे।
– स्टडी के मुताबिक, 3 साल तक के 40 फीसदी बच्चे ऐसे थे, जिन्हें दो महीने और उससे ज्यादा समय तक लॉन्ग कोविड के लक्षण थे।
– 4 से 11 साल की उम्र के 38 फीसदी बच्चों में लॉन्ग कोविड बना हुआ था।
– 12 से 14 साल के 46 फीसदी बच्चों में दो महीने या उसके बाद भी लक्षण थे।
सबसे ज्यादा मिले ये लक्षण
स्टडी के मुताबिक, बच्चों में आमतौर पर जो लक्षण सबसे ज्यादा दिखे उनमें मूड स्विंग्स, थकान, सिरदर्द और पेट दर्द जैसी समस्या शामिल है।

एक तिहाई बच्चों में ये समस्या
शोधकर्ताओं की मानें तो कोविड संक्रमित एक तिहाई बच्चों में अब ऐसी समस्याएं भी दिख रहीं हैं, जो कोरोना के आने से पहले नहीं होती थी।
क्या होता है लॉन्ग कोविड?
इस सर्वे के जरिए लॉन्ग कोविड के 23 लक्षणों को लेकर सवाल किया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ( World Health Organistaion ) के मुताबिक, कोविड से ठीक होने के बाद भी अगर कम से कम दो महीने तक एक भी लक्षण बना रहता है, तो उसे लॉन्ग कोविड माना जाता है।

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