पुच्छल तारे भी क्षुद्रग्रह की तरह होते हैं, जो सूर्य के चक्कर लगाते हैं। इनकी भी एक कक्षा होती है। पुच्छल तारे गैस, धूल और बर्फ से मिलकर बनते हैं। इनकी पूंछ होती है जो हमेशा सूर्य के विपरीत दिशा में होती है।
Swan Comet : सुपरमून के बाद अब आकाश में दिखाई देगा पुच्छल तारा
स्वान पुच्छल तारे की खोज सोलर हेलियोस्फेरिक ऑबजर्वर (SOHO) अंतरिक्ष यान से ली गई तस्वीरों से हुई थी
•May 09, 2020 / 04:31 pm•
Soma Roy
Swan Comet
Home / Science & Technology / 13 मई को आकाशगंगा में होगी हलचल, धरती के पास से गुजरेगा स्वान पुच्छल तारा