इनको जारी हुए नोटिस-
विभाग के सात बैंक खातों से आरोपी अमर सिंह ने जिन नौ संदिग्ध फर्मों को मोटी राशि जारी की थी। उनमें कृष्णा टूर एंड ट्रेवल्स, अनुराग ट्रेडर्स, आलोक शर्मा, मीनाक्षी ट्रेडर्स, वैभव ट्रेडर्स, नीलेश नामदेव, मां रेवा टूर एंड ट्रेवल्स, नितिन ग्लास हाउस, मां नर्मदा टूर एंड ट्रेवल्स शामिल हैं।
यह है मामला-
गौरतलब है कि आदिवासी विभाग में 25 फरवरी से सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके के कार्यकाल में वर्ष 2019 से 21 जनवरी 2021 तक की अवधि में आदिवासी विकास विभाग डिंडौरी में भारी वित्तीय अनिमिताओं का मामला प्रकाश में आया था। लोकायुक्त जांच में यह घोटाला 2.59 करोड़ का पाया गया था। जिसके मद्देनजर डिंडौरी कलेक्टर विकास मिश्रा के निर्देश पर वर्तमान सहायक आयुक्त डॉ. संतोष शुक्ला ने तत्कालीन सहायक आयुक्त अमरसिंह उइके के विरूद्ध कोतवाली डिंडौरी में 21 फरवरी 2024 को धारा 420 व अन्य के तहत मामला दर्ज करवाया था।
डिंडौरी पुलिस अधीक्षक वाहिनी सिंह के निर्देश पर कोतवाली प्रभारी अनुराग जामदार टीम के साथ जगह-जगह दबिश दे रहें हैं। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपी की संपत्ति की जानकारी जुटा ली है और उद्घोषणा कार्रवाई उपरांत आरोपी की चल-अचल संपत्ति की कुर्की की दिशा में कदम बढ़ा दिया है।
यह सात बैंक खाते सीज-
जिन सात बैंक खातों के माध्यम से फेरफेरी के इस अपराध को अंजाम दिया गया है। उनमें अनुसूचित जन जाति, राज्य छात्रवृति योजना, अनुसूचित जाति राज्य छात्रवृत्ति योजना, अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना, अनुसूचित जनजाति छात्रवृत्ति योजना, रेडक्रास मद, क्रीडा मद, भारत स्काउट एवं गाइड योजना के बैंक खाते हैं। आरोप है कि इन्हीं बैंक खातों के माध्यम से छल पूर्वक विभिन्न व्यक्तियों एवं संस्थाओं, दुकानदारों को भुगतान कर शासकीय राशि का गबन किया गया है। पुलिस ने सभी खाते सीज करके शाखा प्रभारियों से भुगतान प्रक्रिया से जुड़े अभिलेख पेश करने कहा है।
इनका कहना है – आरोपी अमर सिंह उइके के लगातार फरार होने और विवेचना में सहयोग नहीं करने पर आरोपी की चल-अचल संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई होगी। सभी सात खातों को सीज करके इन खातों से लेन-देन करने वालों को बिना इजाजत शहर छोडऩे पर पाबंदी भी लगा दी गई है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रयास सतत जारी हैं।
वाहिनी सिंह, पुलिस अधीक्षक डिंडौरी