महिला बाल विकास विभाग की रीढ़ हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
कार्यकर्ता व सहायिका महिला एवं बाल विकास विभाग की रीढ़
महिला बाल विकास विभाग की रीढ़ हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
सिवनी. कार्यकर्ता व सहायिका महिला एवं बाल विकास विभाग की रीढ़ है। बिना इनके विभागों के कार्यक्रमों की सफलता की कल्पना नहीं की जा सकती है। यह बात बरघाट विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायक अर्जुन सिंह काकोडिय़ा ने जनपद सभाकक्ष में आयोजित स्नेह सरोकार सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि कही।
उन्होंने सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं से सेवाभाव से अपना कार्य मन लगाकर करने को कहा। कहा कि अभी भी महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए काफी कार्य किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने बरघाट परियोजना अंतर्गत अधिकतम वजन के बच्चों को स्नेहीजनों को गोद दिलाकर बरघाट को कुपोषण मुक्त बनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में नगर परिषद के पूर्व पार्षद व नगर कांग्रेस अध्यक्ष ऋषभ जायसवाल, युवक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव देवेंद्र ठाकुर, पार्षद कुमार सिंह राजपूत सहित बरघाट क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका मौजूद रहे।
स्नेह सरोकार सम्मेलन में अनिरूद्ध भैरम द्वारा लालिमा योजना की जानकारी देते हुए बताया कि एनिमिया भी कुपोषण का एक प्रमुख कारण है। खून की कमी से बच्चों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पडता है। ज्योति राहंगडाले पर्यवेक्षक द्वारा विभिन्न कुरीतियों आदि के बारे में बताकर समझाया कि महिलाओं के खान-पान एवं स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाकर कुपोषण को रोका जा सकता है। माधुरी मदनकर पर्यवेक्षक द्वारा स्नेह सरोकार सम्मेलन के उददेश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसका प्रमुख उद्देश्य समुदाय को जागरूक कर उन्हें विभागीय गतिविधियों से जोड़ते हुए कुपोषित बच्चों को गोद दिलाकर उनकी सतत निगरानी करना है। साथ विभाग द्वारा आयोजित पोषण प्रदर्शनी का अवलोकन सभी लोगों द्वारा किया गया, जिसमें स्थानीय सामग्री से निर्मित विभिन्न प्रकार के व्यंजन थे। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव विजय उइके, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के महामंत्री उत्तम बिसेन, युगल चौधरी, अक्षय पटेल मौजूद रहे। कार्यक्रम में स्नेहीजन एवं अधिकतम वजन से ग्रेड परिवर्तन हुए बच्चे एवं पालक उपस्थित थे, जिन्हें अतिथियों द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। विभाग की ओर से कार्यरत आशा बिसेन, विजयलक्ष्मी श्रीवास्तव, चंचला पटवा, सुशीला राहंगडाले, गीता परते, चंद्रकांता भलावी, दीपा गजभिए, पर्यवेक्षक के साथ आंगनवाडी कार्यकर्ता भी उपस्थित थी।
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