scriptआधे जिले में बिछी बर्फ की सफेद चादर, फसलों को भारी नुकसान | White sheet of hail lay in half the district, heavy damage to crops | Patrika News
सिवनी

आधे जिले में बिछी बर्फ की सफेद चादर, फसलों को भारी नुकसान

सिवनी जिले के कुरई, बरघाट, सिवनी, केवलारी क्षेत्र में बिछी फसलें

सिवनीJan 11, 2022 / 06:12 pm

sunil vanderwar

आधे जिले में बिछी बर्फ की सफेद चादर, फसलों को भारी नुकसान

आधे जिले में बिछी बर्फ की सफेद चादर, फसलों को भारी नुकसान

सिवनी. जिले के आधे से ज्यादा हिस्से में मंगलवार को तेज आंधी-बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने हर तरफ सफेद चादर बिछी दिखाई दी। जिले के कुरई, बरघाट, सिवनी, केवलारी सहित कई अन्य क्षेत्र में मंंगलवार दोपहर बाद ओलावृष्टि होने से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। राजस्व अमला सूचना मिलते ही नुकसानी का सर्वे करने किसानों के खेतों व गांवों में पहुंच रहा है।
आधे जिले में हुई ओलावृष्टि
कुरई विकासखंड के अलावा सिवनी ब्लॉक के कुछ गांवों में मंगलवार शाम 4 बजे बारिश के साथ कुछ देर ओलावृष्टि हुई। बरघाट ब्लाक के गंगेरूआ, आष्टा, टिकारी, आमागढ़ सहित आसपास के गांवों में ओलावृष्टि हुई। सिवनी ब्लॉक के भोमा, कान्हीवाडा़ व आसपास के क्षेत्रों में ओलावृष्टि होने से खेतों में ओले की परत जम गई। केवलारी ब्लॉक के केवलारी व पलारी समेत आस-पास के गांवों में भी ओलावृष्टि हुई। बरघाट तहसीलदार अमित रिनाहिते ने बताया कि ओलावृष्टि की सूचना मिलते ही सर्वे के निर्देश दिए गए हैं। सर्वे पूरा होने पर ही नुकसानी का आंकलन स्पष्ट हो सकेगा।
फसलों, मकानों को हुआ नुकसान
कुरई ब्लॉक के 20 से अधिक गांव में मंगलवार दोपहर लगभग 3 बजे ओलावृष्टि ने तबाही मचा दी। क्षेत्रवासियों के मुताबिक आंवला आकार के करीब 5 मिनट तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से फसलों के साथ कबेलू वाले मकानों को क्षति पहुंची है। सूचना के बाद राजस्व विभाग का अमला नुकसानी के सर्वे के लिए मौके पर पहुंच रहा है। सर्वे के बाद ही नुकसान की वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। कुरई ब्लॉक के मोहगांव, सुकतरा, पोतलई, थावरजोडी़, गोडेंगांव, करहैया, बंजर, ऐरमा, जुमनिया, कलबोडी, हरहरपुर, आगरी, आलेसुर, गोपालगंज सहित अन्य गांवों में हुई ओलावृष्टि से खेतों में लगी गेहूं की फसल बिछ गई। वहीं चने व अन्य दलहनी फसलों के फूल झड़ गए। किसानों ने बताया कि सोमवार की रात हल्की बारिश के बाद मंगलवार की दोपहर अचानक तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हो गई। इससे फसलों को नुकसान हुआ ही है, साथ ही कबेलू वाले मकानों को क्षति पहुंची है। इसके अलावा सब्जियों में टमाटर, फूलगोभी, हरी धनिया, पत्ता गोभी, मटर, भटा, सेमी आदि फसलों को भी ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है।
प्रशासन हुआ सक्रिय, सर्वे में लगी टीम –
कुरई तहसीलदार गौरीशंकर शर्मा ने बताया है कि प्रारंभिक जानकारी में करीब 15 से 20 गांव में ओलावृष्टि होने की सूचना मिली है। सूचना मिलते ही पटवारी व अन्य राजस्व अमले को नुकसानी का सर्वे करने भेजा गया है। नुकसानी का सर्वे होने के बाद वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। जल्द से जल्द सर्वे कराकर किसानों को नुकसानी का मुआवजा दिलाए जाने का प्रयास किए जाएंगे।
बारिश के बाद छाया कोहरा, पाला की संभावना
मौसम में बदलाव होने से किसान चिंतित हैं। अचानक बदले मौसम से बारिश के बाद घना कोहरा छाया रहा। कोहरे की वजह से जहां वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। वहीं फसलों को नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है। आलू, सरसों व अरहर की फसल को लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है। कृषि वैज्ञानियों के मुताबिक गिरते तापमान और कोहरे, पाले के कारण रबी की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इन दिनों मौसम को लेकर किसान चिंतित हैं। घने कोहरे के बाद पाला पडऩे की संभावना है। अगर ऐसे ही पारा गिरता रहा तो इसका सबसे ज्यादा असर रबी सीजन की दलहनी फसलों के साथ ही आलू पर पड़ेगा। तापमान कम होने से मटर, चना और आलू की फसलों पर पाला रोग का खतरा बना हुआ है।
बारिश-ओलावृष्टि के बाद बढ़ी ठण्ड
मंगलवार को दोपहर हुई तेज बारिश, ओलावृष्टि के बाद मंगलवार को ठिठुरन भरी ठंड बढ़ गई। इससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। कई इलाकों में कोहरा छाया रहा। इससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हुई। ठण्ड बढऩे के कारण लोग घरों में ही दुबके रहे। वहीं मंगलवार को सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। ठंड अधिक होने की वजह से जरूरी काम होने पर लोग ही घर से बाहर निकले। इसकी वजह से सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम रही। ठंड व कोहरा के कारण बाजार पर भी असर पड़ा है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो