लगातार मिल रही शिकायतों के बाद शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात डेढ़ बजे कलेक्टर वंदना वैद्य और एसपी अवधेश गोस्वामी ने संयुक्त टीम बनाते हुए ब्यौहारी के पौड़ी खदान के लिए भेजी। यहां 15 घंटे तक लगातार कार्रवाई चलती रही। इस दौरान दो अलग-अलग कार्रवाई में 35 हाइवा, 2 पोकलेन, एक मोटरबोट पनडुब्बी और रेत का भंडारण भी मिला है।
कार्रवाई के बाद माफिया पड़ोसी जिले में छिप गए थे। यहां पर भी पुलिस ने 6 डंपर, 2 पोकलेन और रेत का भंडारण भी मिला है। इस दौरान पुलिस को रसीद और दस्तावेज भी मिले हैं। जिससे माफिया अवैध रेत को वैध बताकर दूसरे जिले सप्लाई कर रहे थे। एसपी अवधेश गोस्वामी के अनुसार, माफियाओं के साथ खनन कंपनी वंशिका की भी संलिप्तता मिली है। आरोपियों पर मामला दर्ज किया जा रहा है।
ट्रैक्टर इंजन से बनाई पनडुब्बी
अधिकारियों के अनुसार, माफिया और खनन कंपनी ने प्रतिबंध के बावजूद नदी के आसपास ठीहे बना रखे थे। हर रात हैवी मशीनें और पनडुब्बी उतारी जा रही थी। ट्रैक्टर का इंजन लगाकर भारी भरकम पनडुब्बी तैयार की थी। बहाव में पनडुब्बी उतारकर नदियों के भीतर से रेत निकाला जा रहा था। बाद में बड़े वाहनों के माध्यम से उत्तरप्रदेश सहित आसपास के कई जिलों में सप्लाई कर रहे थे। कार्रवाई की भनक लगते ही माफिया और खनन कंपनी ठीहे ध्वस्त कर भागने की फिराक में थी लेकिन इसके पहले ही संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए वाहनों और मशीनों को जब्त किया है।
एडीएम व एएसपी ने पकड़ा
डेढ़ बजे रात संयुक्त टीम की कार्रवाई में 15 हाइवा, 1 पोकलेन और एक पनडुब्बी जब्त की थी। सुबह होते ही अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा, एएसपी मुकेश कुमार वैश्य और एसडीएम दिलीप पांडेय अधिकारियों के साथ दोबारा कार्रवाई के लिए पहुंचे। इस दौरान कई वाहन रेत से लोड और मिले जो पड़ोसी जिले उमरिया की ओर भाग निकलने की तैयारी में थे। एडीएम, एएसपी और एसडीम ने पीछा करते हुए वाहनों पर कार्रवाई की। इस दौरान दमसरी कार्रवाई में 9 हाइवा, 11 खाली हाइवा, 1 पोकलेन जब्त हुई।
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गठजोड़ ऐसी कि निरीक्षक खुद करने लगे पैरवी
खनन कंपनी और माफिया को लंबे समय से अधिकारियों का सहयोग मिल रहा था। माफियाओं ने खनन कराकर ब्यौहारी के अलावा उमरिया की सीमा पर भी बड़े स्तर पर रेत डंप कर रखी थी। कुछ जगहों पर रेत भंडारण की अनुमति भी खनन कंपनी ने ले रखी थी। यहां डंप रेत को सप्लाई कर दोबारा नदियों से खनन कर डंप करा दिया जा रहा था। एडीएम और एएसपी सुबह कार्रवाई करने पहुंचे तो उमरिया के खनिज निरीक्षक रेत का पुराना डंप बताकर गुमराह करने का प्रयास किया गया। खनिज निरीक्षक द्वारा कहा जा रहा था कि पहले से डंप रेत हैं और बारिश की वजह से रेत गीली है। बाद में अधिकारियों ने फटकार भी लगाई और जब्त करने के निर्देश दिए।
एडीजी भी पहुंचे
माफिया और खनन कंपनी को उमरिया से भी सहयोग मिल रहा था। कार्रवाई के बाद माफिया ने उमरिया में वाहन छिपा दिए थे। उमरिया से छह डंपर, दो पोकलेन और रेत का भंडारण मिला है। एडीजी डीसी सागर ने उमरिया के अधिकारियों को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कार्रवाई में एडीजी डीसी सागर, एसपी अवधेश गोस्वामी, अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा, एएसपी मुकेश वैश्य सहित प्रशासनिक अमला शामिल था।