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शाहडोल

सकारात्मक सोच और इच्छाशक्ति से 81 की उम्र में कोरोना को दी मात

कोरोना मरीजों के लिए रोल मॉडल बने बुजुर्ग दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी

शाहडोलApr 30, 2021 / 12:18 pm

amaresh singh

Outperformed Corona at the age of 81 with positive thinking

सकारात्मक सोच और इच्छाशक्ति से 81 की उम्र में कोरोना को दी मात

शहडोल. कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के साथ ही लोग हार मान रहे हैं। वहीं एक 81 वर्ष के बुजुर्ग ने हिम्मत रखकर कोरोना को मात दी है। संक्रमण की जद में आने के साथ ही हार मान लेने वालों के लिए शहर के 81 वर्षीय बुजुर्ग प्रेरणा बने हैं। संक्रमण से घिरने के बाद भी वह हार नहीं माने और अपनी सकारात्मक सोच और दृढ़ इच्छाशक्ति के दम पर उन्होने कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य होकर घर लौटे हैं। दरअसल शहर के 81 वर्षीय बुजुर्ग दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी कोरोना पीडि़त हो गए थे और उन्हें मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 भर्ती किया गया था। उन्होंने अपनी सकारात्मक सोच एवं सकारात्मक उर्जा के कारण कोरोना जैसी महामारी को मात देकर अब पूरी स्वस्थ्य हैं। वे आइसीयू में भर्ती थे और लगातार संक्रमण बढ़ रहा था लेकिन हिम्मत रखी और कोरोना को मात दी।


दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी का कहना है की सकारात्मक सोच, सकारात्मक ऊर्जा, के साथ-साथ दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो वह कोरोना बीमारी को भी हरा कर विजय का पा सकता है। अब वह कोरोना पीडि़त मरीजों के लिए रोल मॉडल साबित हो रहे हैं। जिला प्रशासन एवं मेडिकल कॉलेज शहडोल के चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ के अभूतपूर्व चिकित्सकीय सेवा भाव से वे स्वस्थ्य हुए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा साबुन या सैनिटाइजर से बार-बार हाथ धोए, अनावश्यक घर से बाहर ना निकले तथा भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचें, तभी हम सब मिलकर कोरोना महामारी को हरा सकते हैं।

टीकाकरण कराएं और इम्यूनिटी दवाइयां भी लें
बुजुर्ग दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी ने कहा कि हर व्यक्ति के पास सकारात्मक सोच एवं सकारात्मक ऊर्जा का भंडार रहता है। आवश्यकता इस बात की है उसे सही रूप से इस्तेमाल किया जाए। मन में दृढ़ विश्वास हो तो सामान्य कोरोना के मरीज होम आइसोलेशन में रहकर भी शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई मेडिकल किट, रोग प्रतिरोधक काढा का उपयोग कर तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता वाली दवाओं का प्रयोग कर अपने को सुरक्षित कर सकता है। टीकाकरण भी अवश्य कराएं, क्योंकि टीकाकरण ही वह माध्यम है जो आपके सकारात्मक ऊर्जा एवं सकारात्मक सोच को मजबूत करेगा और कोरोना महामारी को भी हरा सकते हैं।

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