सात घंटे के इंतजार के बाद भी नहीं मिला कैश, लोगों ने किया हाईवे जाम
बड़ौदा में श्योपुर-बारां हाईवे पर ग्रामीणों ने दो घंटे तक किया हंगामा, तीन दिन में दूसरी बार लगाया जाम
बड़ौदा/श्योपुर. पहले तो सुबह से ही लाइन में लगे रहे और जब सात घंटे के इंतजार के बाद भी कैश नहीं बंटा तो ग्रामीणों ने न केवल हंगामा कर दिया बल्कि हाईवे पर जाम भी लगा दिया। ये स्थिति बनी है बड़ौदा में जहां बैंक से कैश नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने श्योपुर-बारां इंटरस्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया। हालांकि लगभग दो घंटे के जाम के बाद तहसीलदार व टीआई के आश्वासन पर ग्रामीणों ने जाम खोल दिया, लेकिन तीन दिन में बड़ौदा में बैंक के सामने जाम लगाने की ये दूसरी घटना है।
घटनाक्रम के मुताबिक बुधवार को बड़ौदा सहित आसपास के गांवों के लोग स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की बड़ौदा शाखा के बाहर सुबह 7 बजे से ही कतार में लगे थे, सुबह साढ़े 10 बजे जब बैंक खुली तो लोगों की कतार काफी लंबी थी। हालांकि लोगों को इंतजार कैश मिलने का था, लेकिन दोपहर दो बजे तक भी जब कैश वितरण शुरू नहीं हुआ तो लोगों का सब्र टूट गया और बंैक के सामने ही श्योपुर-बारां इंटरस्टेट हाईवे पर ही जाम लगा दिया।
यही नहीं नारेबाजी करते हुए ग्रामीण हंगामा करने लगे। जाम लगने की सूचना के बाद टीआई बड़ौदा एचएस रावत पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाइश भी दी, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद तहसीलदार बड़ौदा आरएस सेमिल मौके पर पहुंचे और बैंक अधिकारियों से भी चर्चा की। बैंक अधिकारियों ने इस दौरान बताया कि कैश नहीं आया है, जिसके कारण वितरण नहीं हुआ, कल कैश आएगा। बैंक अधिकारियों से चर्चा के बाद तहसीलदार सेमिल ने ग्रामीणों को समझाया कि आज कैश नहीं है, लेकिन कल कैश आएगा और कल वितरण होगा। यही वजह है कि ग्रामीण माने और दोपहर 4 बजे जाम खोला। इस दौरान दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई, जिससे यात्री परेशान भी नजर आए।
तीन दिन में दूसरी बार जाम
बड़ौदा बैंक में आए दिन हो रही समस्या और दोपहर 2 बजे ही कैश वितरण किए जाने की शिकायत भी ग्रामीणों ने तहसीलदार के समक्ष रखी। इस पर भी तहसीलदार सेमिल ने स्वयं कैश वितरण की प्रतिदिन जानकारी लेने का आश्वासन दिया। यहां बता दें कि सेामवार को भी कैश नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने जाम लगाया था, जिसके बाद बैंक ने कैश बांटा। यही नहीं क्षेत्र के लोगों की समस्या ये भी है कि बड़ौदा में एकमात्र ही बैंक है।
मांगे 80 करोड़, फिलहाल राहत की उम्मीद नहीं
नोटबंदी के बाद लगभग डेढ़ महीने बाद भी जिले में हालात सामान्य होने के बजाय बिगड़ते जा रहे हैं और अब जिले की बैंकों में कैश खत्म होने की स्थिति ने मुश्किलें बढ़ा दी है। जिले की सभी बैंक शाखाओं में कैश की किल्लत है। हालांकि 80 करोड़ रुपए की डिमांड भेजी गई है, लेकिन फिलहाल जल्द कैश आने की उम्मीद नहीं हैं, जिससे लोगों को फिलहाल राहत मिलने की संभावना कम है।
कैश न मिलने के कारण लोग हंगामा कर रहे थे, जिन्हें समझाया गया है, साथ ही बैंक में भी कैश आ गया है, गुरुवार को कैश वितरण किया जाएगा।
आरएस सेमिल, तहसीलदार, बड़ौदा
कैश की दिक्कत तो है, हमने ऊपर डिमांड भेजी हुई है और आरबीआई को भी इन्फोर्म कर दिया है। फिलहाल जो कैश उपलब्ध है, उससे ही व्यवस्था की जा रही है।
आकाश श्रीवास्तव, लीड बैंक ऑफिसर, श्योपुर