राजस्व विभाग के कर्मचारी के अलावा कोई दूसरे विभाग के कर्मचारियों को पानी नहीं भरने दिया जाता है। पांच सौ से आठ सौ रुपए देकर निजी बोरिंग से पानी खरीदकर अन्य कर्मचारी पी रहे हैं। प्रभारी तहसीलदार के बंगले में चलने वाली बोरिंग से पानी भरने अन्य कर्मचारी जाते हंै तो बोरिंग में पानी कम होने का बहाना बना दिया जाता है।
इस तरह की शिकायत जनपद सीइओ एसएस भटनागर से की गई। सीईओ ने कर्मचारियों से प्रभारी तहसीलदार से चर्चा कर समस्या का हल निकालने का आश्वासन दिया। इस मामले को लेकर प्रभारी तहसीलदार नवल किशोर जाटव ने कहा कि शिक्षक पुष्पेंद्र सिंह तोमर व कुलदीप शर्मा सालों से कब्ज़ा कर राजस्व कॉलोनी में सरकारी क्र्वाटर में अवैध रूप से निवास कर रहे हैं। सरकारी बोर कॉलोनी में जब हुआ जब में पीएचई के पीछे पड़ा। बोरिंग पर कब्जे जैसी कोई बात ही नहीं है।
मैंने कोशिश कर पीएचई से बोरिंग कराई। 600 फीट तक पानी नहीं निकला। पीएचई से चैक कराकर मोटर डाली गई। कुछ समय चलने के बाद बंद हो जाती है। पानी है तो सब भर लो कब्जा करने वाली कोई बात नहीं है। सालों कॉलोनी में पानी नहीं था। अब मैंने बोरिंग करा ली तो उसमें पानी नहीं है। जो लोग अवैध तरीके से निवास कर रहे ैहैं वह नेतागिरी करते रहते हैं।
नवलकिशोर जाटव, प्रभारी तहसीलदार, कराहल
कर्मचारियों से चर्चा हुई थी ,मैंने कहा आवेदन देने की जरूरत नहीं प्रभारी तहसीलदार से बात कर लूंगा। आपस में सहमति कर एक समिति का गठन कर लो, बोरिंग के मेंटेनेंस का खर्च निकल जाएगा। जिससे सभी को पानी मिल जाएगा। प्रभारी तहसीलदार के निवास पर गया था वह मिले नहीं । एसएस भटनागर, जनपद सीइओ