उल्लेखनीय है कि बीते कई दशकों से शहर का हजारेश्वर मेला शहर की पहचान बन गया और पूरे एक माह तक शहर सहित जिले भर के सैलानियों का आकर्षण का केद्र रहता है। यही वजह है कि इस बार नगरपालिका प्रशासन मेले को भव्य बनाने में जुट गया है। इसी के तहत गत माह मेले की टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब लोकसभा चुनावों की तारीखों को देखते हुए मेले की तिथि भी न केवल घोषित कर दी है, बल्कि धरातल पर व्यवस्थाएं शुरू हो गई है।
इस बार मेला एक अप्रैल से 5 मई तक आयोजित किया जाएगा। जबकि पिछले वर्षों में देखा गया है कि अप्रैल के अंत में या मई की शुरुआत में प्रारंभ होता था जो जून तक चलता था। चूंकि मर्ई में प्री-मानसून गतिविधियां भी प्रारंभ हो जाती है, जिससे आंधी और बारिश में दुकानदारों को भी नुकसान उठाना पड़ता, लिहाजा इस बार नपा ने इस दृष्टि से भी अप्रैल में ही मेला लगाने का निर्णय लिया है।
पहली बार होगा स्थानीय कवि सम्मेलन भी चूंकि नगरपालिका परिषद का ये वर्ष अंतिम कार्यकाल का वर्ष है, लिहाजा मेले में मंचीय कार्यक्रम भी इस बार भव्य और अच्छे स्तर के कलाकारों के साथ करने की बात कही जा रही है। यही वजह है कि इस बार मेले में स्थानीय कवियों से सुसज्जित कवि सम्मेलन भी होगा। वहीं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, मुशायरा, भजन संध्या, ऑर्केस्ट्रा और कब्बाली के कार्यक्रम भी होंगे, जिसमें अच्छेस्तर से कवियों और कलाकारों से चर्चा की जा रही है।
तैयारी कर रहे हैं
इस बार मेला एक अप्रैल से लगेगा, जिसके लिए हमने ठेकेदार को निर्देश दे दिए हैं। इसके साथ ही कलाकारों और कवियों का चयन कर जल्द ही मंचीय कार्यक्रमों की तिथियां भी तय कर दी जाएगी।१
दौलतराम गुप्ता
अध्यक्ष, नगरपालिका श्योपुर