श्योपुरPublished: Oct 22, 2023 08:00:51 am
Sanjana Kumar
भले ही उम्मीदवार पसंद नहीं होने पर चुनाव आयोग ने मतदाताओं को नोटा का विकल्प दिया है, लेकिन जिले में इसका ज्यादा असर नहीं रहा...
भले ही उम्मीदवार पसंद नहीं होने पर चुनाव आयोग ने मतदाताओं को नोटा का विकल्प दिया है, लेकिन जिले में इसका ज्यादा असर नहीं रहा है। यही वजह है कि विधानसभा और लोकसभा चुनावों में जिले में मतदाताओं ने नोटा का उपयोग कम ही किया है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में जिले की दोनों सीटों पर नोटा को मिले वोटों की संख्या 2 हजार से नीचे ही रही है।