कलेक्टर ने समूह की बैठक के माध्यम से आमजन से अपील की है कि सभी अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग रखें, कहीं भीड़ न करें तथा कोरोना संक्रमण को रोकने में अपना योगदान दें। जिले में सभी आवश्यक इंतजाम किए जा रहे है, लेकिन संक्रमण रोकने के लिए सभी का पूरा सहयोग बहुत जरूरी है। आमजन दूध, फल, सब्जी जैसी आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था लॉकडाउन के एक दिन पूर्व ही कर लें। बैठक के दौरान सभी सदस्यों से कोरोना रोकथाम पर सुझाव आमंत्रित किए तथा सर्वसम्मति से निर्णयानुसार आगामी आदेश तक प्रत्येक रविवार जिले को लॉकडाउन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के प्रकरण बढ़ रहे हैं और जिले में फिर से गंभीर स्थिति न हो, इससे बचने के लिए लॉकडाउन की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले में बनाए गए नाकों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड पर टीम लगाकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में होटल, स्कूल बंद रहेंगे। बैठक में एसपी राजेश सिंह चंदेल सहित अन्य जिला अधिकारी, शहर के गणमान्य नागरिक व धर्मगुरू मौजूद रहे।
कलेक्टर ने व्यापारियों से कहा कि दुकानों पर आवश्यक रेट लिस्ट चस्पा करें, मास्क लगाकर आने वाले उपभोक्ताओं को सामग्री का विक्रय करें। सोशल डिस्टसिंग का पालन करें और कराए। उन्होंने कहा कि कालाबाजारी करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर ने पॉजीटिव मरीजों को आश्वस्त किया है कि हॉम आईसोलेशन से घबराने की जरूरत नहीं है, यदि घर पर रहने की व्यवस्था नहीं है तो जिला चिकित्सालय में आए खाना एवं दवाईयों की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जाएगी।
आज जब बैठक में कलेक्टर से पूछा कि इस रविवार को लॉकडाउन क्यों नहीं किया जा रहा है, तो उन्होंने कहा कि अभी हमें लॉकडाउन की लिखित स्वीकृति नहीं मिली है, हम उसका इंतजार कर रहे हैं। जबकि एक दिन पूर्व ही कलेक्टर ने चर्चा में कहा था कि हमने जो दो प्रस्ताव भेजे थे, उनकी स्वीकृति मिल गई है। उन्होंने भी यू-टर्न इसलिए लिया, क्योंकि दौरा मुख्यमत्री का है।