बीस-हजार से पचास हजार रुपये तक एडवांस लिए जाते थे पुलिस के अनुसार, अभियुक्तगणों द्वारा बताया गया कि जितेन्द्र कुमार भारती उपरोक्त द्वारा तीन लाख रुपये व अभ्यर्थी से गारण्टी के रुप में मूल मार्कशीट, ब्लैंक चेक लेकर साल्वर व अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले साल्वर को व्हाट्स ऐप के माध्यम से परीक्षा की उत्तर कुंजी उपलब्ध कराते हैं।
जितेन्द्र कुमार भारती उपरोक्त द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा विभिन्न अभ्यर्थियों से बीस-हजार से पचास हजार रुपये तक एडवांस और अंकपत्र व प्रवेश-पत्र की छायाप्रति, ब्लैंक चेक लेकर पुलिस भर्ती परीक्षा से पूर्व अभ्यर्थियों /साल्वरों के व्हाट्सऐप पर उत्तरकुंजी उपलब्ध कराये थे।
परीक्षा से 2 घण्टे पूर्व व्हाटस्ऐप पर उपलब्ध कराया जाता था जितेन्द्र ने पूछ-ताछ में बताया कि उसको प्रश्न पत्र की उत्तर कुंजी संजय गौड़ और बिट्टू यादव द्वारा परीक्षा से 2 घण्टे पूर्व व्हाटस्ऐप पर उपलब्ध कराया गया था, बिट्टू यादव द्वारा पूछ-ताछ में बताया कि उसको प्रश्न पत्र की उत्तर कुंजी छपरा बिहार के रहने वाले अनूप पाण्डेय द्वारा व्हाट्सएप पर भेजा गया था।
परीक्षा पास होने पर तीन-तीन लाख रुपये लेने की डील हुई थी संजय द्वारा बताया गया कि नटराज प्रजापति द्वारा मुझे प्रश्न पत्र की उत्तर कुंजी उपलब्ध कराया गया था। नटराज द्वारा बताया गया कि मुझे व्हाट्सऐप पर प्रश्न पत्र की उत्तर कुंजी संजय द्वारा उपलब्ध कराया गया था तथा अभियुक्तगणों द्वारा बताया गया कि हमलोग अभ्यर्थियों से पैसा, ब्लैंक चेक, मार्कशीट गारण्टी के रुप में पहले से ही रख लेते हैं, परीक्षा पास होने पर तीन-तीन लाख रुपये लेने की डील हुई थी ।