खुलासा : सीकर पुलिस के इन गद्दारों की वजह से गई कोतवाल-कांस्टेबल की जान
छह अक्टूबर की रात को फतेहपुर थानेदार व कांस्टेबल की हत्या के बाद से फरार चल रहे आरोपियों को कैसे पकड़ा जा सका, इस सबंध में राजस्थान पुलिस ने अभी कोई खुलासा नहीं किया है, मगर इनके सीकर से फरार होने, मुम्बई पहुंचने और गिरफ्तारी तक कहानी जोरों पर है। लोगों की चर्चा वाली इस कहानी की सच्चाई तो राजस्थान डीजीपी प्रेस वार्ता के बाद ही सामने आ सकेगी।
Rajasthan : कोतवाल-कांस्टेबल हत्याकांड के 5 आरोपितों को मुम्बई में ATS ने दबोचा
तीन दिन SIKAR में कराया इलाज फिर गए मुम्बई
-छह अक्टूबर की रात को फतेहपुर थाना इलाके के गांव बेसवा में पुलिस व बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी।
-उसी मुठभेड़ में अजय चौधरी व उसके साथियों ने फतेहपुर कोतवाल मुकेश कानूनगो व कांस्टेबल के गोली मार दी।
-इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने पूरे शेखावाटी में कड़ी नाकाबंदी करवाई।
-आरोपियों को पकडऩे के लिए सीकर, चूरू और झुंझुनूं में 48 घंटे तक इंटरनेट सेवाएं भी बंद रखी गई।
-इस बीच आरोपी शेखावाटी में ही रहे और अपना इलाज करवाया। फिर नीमकाथाना पहुंचे।
-नीमकाथाना से रींगस, अहमदाबाद होते हुए ट्रेन से मुम्बई में अपनी जान-पहचान के व्यक्ति के पास चले गए।
-चर्चा तो यहां तक है कि मुम्बई में ये बदमाश किसी बार में मौज-मस्ती करने गए। इस बीच किसी ने इन्हें पहचान लिया।
-सूचना को इनके मुम्बई में होने का पता चलते मुम्बई क्राइम ब्रांच व एटीएस की मदद से इन्हें पकड़ लिया।
फतेहपुर कस्बे के वार्ड संख्या 29 का रहने वाला अजय चौधरी को अपराध की दुनिया में कदम रखे हुए एक साल ही बीता है। अजय ने पिछले साल दीपावली पर कस्बे में ज्वैलर्स की दुकान पर लूट की थी। उस मामले में पुलिस ने अजय को गिरफ्तार भी कर लिया था। बाद में अजय जेल से छूट गया व लगातार लूट की वारदात करता रहा।
सदर थाना अंतर्गत खांजी का बास गांव निवासी जगदीप उर्फ धनकड़ फतेहपुर दूध बेचता था। पहले वह हार्डकोर अपराधी अनिल उर्फ पांड्यिा के सपंर्क में रहा। उसके बाद पांड्यिा को छोडकऱ अजय के साथ हो गया व अपराध में दलदल में कूद गया। जगदीप नेछवा व रामगढ़ में हुई लूट में भी फरार चल रहा है।
कस्बे के आचार्यों के मौहल्ले का रहने वाला है। 2013 में भी दिनेश ने कोतवाली थाने के एएसआई ओमप्रकाश की हत्या कर दी थी। उस मामले में अजय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। अभी अजय के साथ लूट की तीन वारदातों में वांछित है।
गांव जलालसर का रहने ओमप्रकाश पहले किसी की गाड़ी चलाता था। इसके बाद लूट की वारदात में शामिल हो गया। कुछ दिन पहले इस पर किसी व्यक्ति के घर में घुसकर अपराध करने का मामला भी दर्ज हुआ था।