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सीकर

मंदिर के लिए अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन, चार दिन तक बंद रहा बाजार, अब 29 को होगी सुनवाई

कस्बे के शांति निकेतन में हुई कुर्की की कार्रवाई में मंदिर ( Khandela Temple Dispute ) के भीतर हुए भगवान शिवजी और हनुमान जी सोमवार को भी कैद रहे।

सीकरFeb 18, 2020 / 05:21 pm

Naveen

मंदिर खुलवाने के लिए पांच दिन बंद रहा बाजार, अब 29 को होगी सुनवाई

मंदिर खुलवाने के लिए पांच दिन बंद रहा बाजार, अब 29 को होगी सुनवाई

खंडेला.

कस्बे के शांति निकेतन में हुई कुर्की की कार्रवाई में मंदिर ( Khandela Temple Dispute ) के भीतर हुए भगवान शिवजी और हनुमान जी सोमवार को भी कैद रहे। चतु: सम्प्रदाय के अध्यक्ष दिनेशदास महाराज ने शनिवार को श्रीमाधोपुर कोर्ट में 29 फरवरी को होने वाली सुनवाई को पहले सुनवाई करने के लिए अर्जी लगाई थी कि प्रशासन द्वारा कुर्क की कार्यवाही के दौरान हनुमान जी व शिवजी के मंदिर को भी बंद कर दिया है जिससे मंदिर में पूजा अर्चना नहीं हो रही है तथा भगवान को भोग भी नहीं लग रहा है। इसके विरोध में लोग धरने पर बैठे हुए है बाजार बंद पड़ा हुआ है। इससे कानून व्यवस्था भी बिगड़ सकती है। इसलिए यह सुनवाई पहले की जाए। सोमवार कोर्ट ने तय तिथि से पहले सुनवाई करने की अर्जी को खारिज कर दी। इस मामले में सुनवाई तय तिथि 29 फरवरी को ही होगी।

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वहीं मंदिर खुलवाने के लिए पांच दिन से चल रहा आमरण अनशन व धरना सोमवार शाम को कलक्टर के आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। कलक्टर ने आमरण अनशन पर बैठे महाराज सहित लोगों को जूस पिलाकर अनशन खत्म करवाया। मंदिर के पट खोलने को लेकर न्यायालय के निर्णय आने के इंतजार में लोग धरना स्थल पर बैठे हुए थे। न्यायालय मेंं जल्दी सुनवाई के लिए लगाई गई अर्जी को न्यायालय ने खारिज कर दी। अपील खारिज की सूचना मिलने पर वहां बैठे हजारों लोग मायूस हो गए। इसके बाद शाम को कलक्टर व पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला धरना स्थल पहुंचे। कलक्टर ने बाबा महाराज को आश्वासन दिया कि जनता की आस्था को देखते हुए मंदिर के पट जल्दी ही खुलवाने का प्रयास किया जायेगा।


कलक्टर ने महाराज से धरना व आमरण अनशन समाप्त करने की घोषणा करने के लिए महाराज से अपील की। इस पर महाराज ने उपस्थित लोगों से कलक्टर के आश्वासन के बारे में बताया लेकिन लोग तुरंत ही ताले खुलवाने की मांग करने लगे। इसके बाद महाराज व कलक्टर की समझाइस पर लोग माने और धरना व अनशन समाप्त किया। कलक्टर ने महाराज व अन्य अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया। बाबा महाराज ने कहा कि जनता की ताकत से खंडेला के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन रहा जिसमें चारोड़ा धाम के प्रति आस्था जताते हुए सभी समुदायों के धर्म प्रेमियों ने बाबा महाराज का साथ दिया व पांच दिन तक लगातार खंडेला का बाजार बंद रखकर व्यापारियों ने पूर्ण सहयोग किया।

 

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