48 घंटे तक बंद इंटरनेट
पुलिस ने शेखावाटी में पहली बार किसी अपराधी को पकडऩे के लिए इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी। लगातार 48 घंटे तक इंटरनेट सेवा बंद रहने के बाद भी पुलिस आरोपितों को पकडऩे में सफलता हासिल नहीं कर सकी।
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि इससे पहले भी पिछले दो साल के दौरान शांति व सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने तथा अफवाह नहीं फैलने के कारण इंटरनेट सेवा पर 13 बार रोक लगाई जा चुकी है। लेकिन, अपराधियों पर अंकुश के लिए सेवा बंद करने का निर्णय पहली बार देखने को मिला है। पुलिस के अधिकारी निर्णय जयपुर स्तर से जारी होने का हवाला दे रहे हैं।
पुलिस पर फायरिंग से पहले अभी हाल ही में फतेहपुर में कावडि़यों के साथ मारपीट की घटना के बाद हुए बवाल पर इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था। इससे पहले चूरू जिले में गैंगस्टर आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद नेट की सेवा पर शेखावाटी में रोक लगा दी गई थी। उससे पहले सीकर शहर में कल्याणजी मंदिर के पास युवकों के आपसी विवाद के बाद बिगडे़ हालातों पर काबू पाने के लिए सेवा को कई दिन प्रभावित रखा गया था।
पुलिस पर फायरिंग के बाद मोहल्ला नायकान में गोली चलाने के आरोपी दिनेश उर्फ लारा व कैलाश उर्फ नागौरी को कोर्ट में पेश किया गया। यहां मजिस्ट्रेट के आदेश पर दोनों आरोपियों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है।
कड़ी खोजबीन के बाद पुलिस आरोपियों के नजदीक थी। लेकिन, भनक लग जाने के बाद उन्होंने जगह बदल ली। किसी विशेष प्रयोजन के कारण इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगाई थी। जिसे बहाल कर दिया गया है।
प्रदीप मोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक सीकर