भाई ने कहा गर्व है, लेकिन सबकुछ उजड़ गया
भाई के शौर्य व जज्बे की बात करते हुए भाई सुनिल अपने आंसुओं का नहीं रोक पाया। सुबकते हुए कहा कि भाई की शहादत पर आज सीना फख्र से चौड़ा हो गया है, लेकिन वे परिवार की जान थे। उनके जाने से अब सबकुछ उजड़ा हुआ लगा रहा है।
करंट के बाद से उपचार करवा रहे हैं भाई
सुनिल बिजली विभाग में टेक्निशियन है। पिछले महीने ही लाइन पर काम करते समय 11 हजार केवी के करंट से वह झुलस गया था। अभी उपचार के साथ वह घर पर ही आराम कर रहे हैं।
शाम तक आयेगी पार्थिव देह
शहीद के अंतिम संस्कार को लेकर गांव में अब भी संशय बरकरार है। दरसअल शहीद की पार्थिव देह जम्मू कश्मीर से सवा दस बजे रवाना हुई है। जो करीब एक बजे दिल्ली पहुंचेगी। यहां से पार्थिव देह को सड़क के रास्ते बावड़ी गांव लाया जायेगा। ऐसे में परिजनों का कहना है कि यदि पांच बजे बाद उन्हें पार्थिव देह सौंपी जाएगी, तो शहीद का अंतिम संस्कार फिर शुक्रवार को ही किया जायेगा।