इधर, जब बच्चे के मुंह से अपहरण की सच्चाई सुनी तो पुलिस के साथ परिजन भी भौचक्के रह गए। इसके बाद बालक का माइंड सेट करने के लिए कुछ दिनों खातिर उसकी बुआ के घर भिजवाया गया है। ताकि शिक्षक बुआ अपने अनुभव के आधार पर होमवर्क के डर का हव्वा भतीजे के सिर से दूर कर सके।
अपहरण की झूठी कहानी का खुलासा बुधवार को सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद हुआ। जब पुलिस ने बालक के परिजनों की मौजूदगी में उसे फुटेज दिखाए और इसके बाद तसल्ली से पूछताछ की तो राहुल ने मनगढ़त कहानी के बारे में बताया। राहुल का कहना था कि उसने एक दिन का स्कूल व ट्यूशन का होमवर्क पूरा नहीं कर रखा था। उसे डर था कि होमवर्क नहीं करने पर शिक्षक उसकी पिटाई भी कर सकते हैं।
इसके बाद उसने कहा कि अपहरण की झूठी योजना उसके दिमांग में टीवी सीरियज क्राइम पेट्रोल देखकर आई। सोमवार को जब वह ट्यूशन के लिए जा रहा था तो उसे सीरियल याद आया और उसने होमवर्क व स्कूल जाने से बचने के लिए वेसी ही कहानी सबको बता दी। राहुल के पिता महेंद्र ने बताया कि राहुल रात को क्राइम पेट्रोल सीरियल देखता है।
उसका कहना था कि होमवर्क के डर के कारण उसने झूठ बोला था कि तीन कार सवार उसका अपहरण कर ले गए थे। जबकि वह खुद साइकिल लेकर मारू स्कूल के पास पहुंचा था। गौर तलब है कि राहुल ने तीन कार सवार लोगों पर उसका अपहरण कर ले जाने की घटना बताने के बाद उसके पिता महेंद्र ने उद्योग नगर थाने में अज्ञात अपहरणकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था।
एेसे खुली पोल
पुलिस ने घटना स्थल दासा की ढाणी फाटक से आंनद नगर तक के सीसीटीवी फुटेज चेक करवाए। रूट के हिसाब से आस-पड़ौस से पूछताछ की गई तो राहुल स्वयं ही दासा की ढाणी फाटक से रेलवे पटरियों से बसंत विहार, बचपन स्कूल गार्डन, कलक्टर बंगले के विपरित साइड होता हुआ आनंद नगर, मारू स्कूल तक साइकिल चलाकर जाता हुआ दिखाई दिया। इसके बाद मारू स्कूल के पास राहुल ने साइकिल व बेग को छोडक़र अपनी कहानी अंजाम देने के लिए सरकारी क्वार्टरों के पास जाकर रोने लगा। यहां एक व्यक्ति को झूठी कहानी बताकर अपने पापा व पुलिस को बुला लिया था।
बचपन से शातिर है राहुल
राहुल के पिता महेंद्र के अनुसार वह बचपन से शातिर किस्म का रहा है। इससे पहले भी उसने स्कूल में दौरा आने का नाटक किया था। हालांकि थोड़ी देर सांस रोक लेने पर परिवार के लोग भी घबरा गए थे। इसके बाद चेकअप कराया तो चिकित्सक ने इसे साइकलोजिकी बताते हुए ध्यान रखने की हिदायत दी थी। हालांकि इसके बाद राहुल ने एेसा कभी नहीं किया।
पत्रिका ने पहले जताया था संदेह
राहुल के अपहरण की घटना पर पुलिस के साथ पत्रिका ने भी संशय जताया था। क्योंकि राहुल के साथ उसकी साइकिल अपहरणकर्ताओं द्वारा कार में डालने और इसके बाद मारू स्कूल के पास ही राहुल का कार से फरार होना तथा साइकिल व बेग भी वहीं मिलना गले नहीं उतर रहा था। जो कि, बाद में पुलिस जांच में भी झूठ निकला।
-राहुल ने अपहरण की मनगढं़त कहानी रची थी। पुलिस जांच में सच्चाई का खुलासा हो चुका है। अब अपहरण के दर्ज झूठे मुकदमे की फाइल कोर्ट में भिजवाई जाएगी।
राममनोहर, एसएचओ, उद्योग नगर थाना